नई दिल्ली. गर्मी के मौसम में शहर में पानी की आपूर्ति बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी को 1,111 नए पानी के टैंकर मिले हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को एक सरकारी कार्यक्रम में इन टैंकरों को हरी झंडी दिखाई। इन पानी के टैंकरों में कालाबाजारी पर लगाम लगाने के लिए लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम लगाया गया है।
दिल्ली जल बोर्ड मुख्यालय से निगरानी
ट्रैकिंग सिस्टम से दिल्ली जल बोर्ड मुख्यालय से आईटी डैशबोर्ड पर टैंकरों की लोकेशन को ट्रैक किया जा सकेगा, ताकि पानी माफिया से निपटा जा सके।
कार्यक्रम में गुप्ता ने कहा, “यह पूरी पारदर्शिता की दिशा में एक कदम है। यह अंतिम समाधान नहीं है, हम हर निवासी को नल से पानी उपलब्ध कराने के लिए एक नई टाउन प्लान पर काम करेंगे।
बुराड़ी में उनकी सरकार के 60 दिन पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में जल मंत्री प्रवेश वर्मा, पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, भाजपा सांसद और विधायक मौजूद थे।
जल क्षेत्र के लिए 9,000 करोड़ रुपये
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपने बजट में, दिल्ली सरकार ने जल क्षेत्र के लिए 9,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। गुप्ता ने कहा कि इस राशि में स्मार्ट मीटर लगाने, जल निकायों को पुनर्जीवित करने, पाइपलाइन बिछाने और नालों की सफाई के लिए आवंटन शामिल है।
उन्होंने कहा कि हमने सीवर ओवरफ्लो से निपटने के लिए पूरे शहर में 50 सुपर सकर मशीनें लगाई हैं। पिछली सरकार ने केवल दो ऐसी मशीनें खरीदी थीं। शहर की सरकार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने पर भी काम कर रही है।
वर्मा ने कहा कि यह सुशासन और पारदर्शिता का एक मॉडल है। इनमें से कुछ टैंकर पुराने हैं, लेकिन इन सभी में जीपीएस लगा हुआ है। लोग अपने मोबाइल फोन पर टैंकरों की लोकेशन ट्रैक कर सकते हैं, जैसे हम फूड डिलीवरी ऐप पर करते हैं।
उन्होंने पिछली आप सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि आप की सरकार जो काम इतने सालों में नहीं कर सकी, वह हमने 10 सप्ताह में कर दिखाया। नालियों की सफाई की जा रही है, टनों गाद साफ की जा रही है। हम छुट्टियों, त्यौहारों और हर दिन काम कर रहे हैं।