नई दिल्ली: आबकारी घोटाला मामले में पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर चल रहे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. शराब नीति मामले में सीबीआई ने 26 फरवरी को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था. अब सिसोदिया ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. सुप्रीम कोर्ट में मामले पर दोपहर 3:50 बजे सुनवाई होगी.
दोपहर बाद होगी सुनवाई
माना जा रहा है कि मनीष सिसोदिया के वकील ने अदालत में मामले की सुनवाई जल्द से जल्द करने की अपील की. चीफ जस्टिस के सामने याचिका मेंशन हुई तो अदालत ने इस मामले में सुनवाई के लिए आज दोपहर 3.50 बजे का समय दिया गया है.
सीबीआई ने नई सिरे से शुरू की पूछताछ
मनीष सिसोदिया से सीबीआई की पूछताछ शुरू हो गई है. सीबीआई ने सिसोदिया के लिए एक लंबी सवालों की लिस्ट तैयार की है. ये पहली बार है जब गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया से पूछताछ की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने एक बार फिर से नए सिरे से पूछताछ शुरू की है.
‘सीबीआई की पांच दिवसीय हिरासत में हैं सिसोदिया’
आबकारी नीति में कथित घोटाले को लेकर सोमवार को गिरफ्तार किए गये दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पांच दिन की हिरासत में भेजा गया है. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनको पांच दिन की हिरासत में देने का अनुरोध किया था इसके बाद विशेष न्यायाधीश एम.के. नागपाल ने सिसोदिया को चार मार्च तक के लिए हिरासत में भेज दिया.
मोबाइल बदलना अपराध नहीं- सिसोदिया के वकील
सिसोदिया के वकील ने रिमांड पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सिसोदिया ने अपने मोबाइल फोन बदले हैं, लेकिन यह अपराध नहीं है. दिल्ली के उपराज्यपाल से सुझाव लेने के बाद नीति लागू की गई थी और इसके लिए परामर्श की जरूरत थी, इसलिए साजिश की कोई गुंजाइश नहीं थी. सिसोदिया ने हर चीज खुली रखने की कोशिश की.
क्या बोले जज?
सीबीआई की कस्टडी में सौंपते हुए जज ने टिप्पणी की, वह इससे पहले भी दो मौंकों पर जांच में शामिल हुए हैं लेकिन वह पूछताछ के दौरान ज्यादातर सवालों के जवाब नहीं दे सके हैं और उनके अधीनस्थों के बयान के कारण उनके खिलाफ कुछ दस्तावेजी सबूत सामने आ चुके हैं, ऐसे में उचित और निष्पक्ष जांच के लिए यह जरूरी हो जाता है कि उनसे पूछे गए सवालों के उचित और वैध जवाब मिलें. इसलिए अदालत उनको पांच दिन की सीबीआई हिरासत में भेजने जा रही है.