शिमला: उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जलशक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ दिल्ली में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की. मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्रीय मंत्री से राज्य में हाल ही में आई भारी प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर हिमाचल की मदद के लिए उदारता से हाथ बढ़ाने का आग्रह किया.
केन्द्रीय मंत्री ने दिया आश्वासन
मुकेश अग्रिहोत्री ने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि हिमाचल की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए इसकी वार्षिक कार्य योजना की 1274 करोड़ रुपए की राशि बहाल की जाए. केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि, वह इस मामले को देखेंगे और हिमाचल के अनुरोध पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे.
उन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से अनुरोध किया कि हिमाचल को जेजेएम योजनाओं को पूरा करने के लिए छह महीने का विस्तार दिया जाए, क्योंकि पिछले तीन महीनों के दौरान जलशक्ति विभाग का पूरा ध्यान क्षतिग्रस्त योजनाओं की बहाली पर था, जिस कारण चल रहे कार्यों की प्रगति में बाधा उत्पन्न हो रही है. मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि आपदा से हिमाचल प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है.
जल शक्ति विभाग की 11863 योजनाओं को 2132 करोड़ रुपए की व्यापक क्षति हुई. इनमें से जलजीवन मिशन के तहत निर्मित 671 योजनाओं को भी 614 करोड़ रुपए की क्षति हुई. उन्होंने केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी कि जल जीवन मिशन के तहत 376 करोड़ रुपए के आबंटन में से 25 प्रतिशत लगभग 96 करोड़ रुपए क्षतिग्रस्त योजनाओं की बहाली के लिए खर्च करने होंगे.
उन्होंने बताया कि अनुमोदित वार्षिक कार्य योजना 2023-24 के अनुसार जेजेएम के तहत 1274 करोड़ रुपए का आबंटन है, जिसे भारत सरकार द्वारा घटाकर 376 करोड़ रुपए कर दिया गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत चल रही सिंचाई परियोजनाओं के लिए केंद्रीय सहायता जारी करने का मामला भी प्राथमिकता से उठाया.