हावर्ड विश्वविद्यालय की एक अध्ययन के मुताबिक भारत वैश्विक आर्थिक विकास की धुरी के तौर पर उभरा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत इस मामले में चीन से अपनी बढ़त बनाई है. इस रिपोर्ट में यह उम्मीद जतायी गई है कि वह अपनी बढ़त को बरकरार रखने में भविष्य में भी कामयाब रहेगा.
हावर्ड विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (CID) ने 7.7 प्रतिशत की औसत वृद्धि दर के साथ भारत के 2025 तक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में नंबर एक पर बने रहने का अनुमान लगाया है.
सीआइडी की स्टडी में तेज वृद्धि की वजह भारत के द्वारा विविध क्षेत्रों में हासिल की गई क्षमताओं को बताया गया है. इस वजह से वह आनेवाले वर्षों में तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. रसायन, वाहन और कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स सहित अधिक कई क्षेत्रों में भारत ने निर्यात में आत्मनिर्भरता हासिल की है.
रिपोर्ट में तेजी के साथ विकास करने वाले देशों में भारत के साथ तुर्की, इंडोनेशिया, यूगांडा और बुल्गारिया जैसे देशों को शामिल किया गया है. सीआईडी, हावर्ड विश्वविद्यालय से जुड़ी संस्था है जो विकास से जुड़ी चुनौतियों का अध्ययन और विश्लेषण करता है और वैश्विक गरीबी की समस्या का हल सुझाता है.