सिरमौर (श्री रेणुका जी). कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के पुण्य अवसर पर श्रद्धालुओं ने रेणुका झील में शनिवार को स्नान किया. भोर से ही झील पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी. क्योंकि पूर्णिमा पर्व शुक्रवार देर रात से ही शुरू हो गया था. इनमें गिरी पार, सैनधार, धारटीधार सहित पंजाब, हरियाणा, उतराखंड यूपी, दिल्ली के हजारों श्रद्धालुओं ने झील में स्नान कर मोक्ष की कामना की.
रेणुका झील में स्नान का महत्व
हिमाचल प्रांत के महंत दयानन्द भारती ने बताया कि यह एकादशी पापों को नष्ट करने वाली है. कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को स्नान करने का महत्व इसलिए है. क्योंकि इस पूर्णिमा के स्नान का फल गंगा, भागीरथी, अन्य नदियां व समुद्र में स्नान करने के फल के बराबर है. वही पुण्य रेणुका झील में स्नान करने से मिल जाता है. पुराणों में लिखा है संसार के जितने भी तीर्थ है. उनमें से रेणुका झील भी एक है. जिसमें स्नान करने से मनुष्य पाप से मुक्त हो जाता है.