नई दिल्ली. केंद्र सरकार की डिजिटल पहल के तहत अब ग्राम पंचायतों की बैठकों का रिकॉर्ड पहले से ज्यादा तेज़, सटीक और आधुनिक तकनीक की मदद से तैयार हो रहा है। पंचायत राज मंत्रालय ने जानकारी दी है कि देशभर में अब तक 92 हजार 376 ग्राम पंचायतों ने स्वचालित मीटिंग सारांश तैयार करने के लिए SabhaSaar टूल का इस्तेमाल किया है।
लोकसभा में लिखित जवाब देते हुए पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह ने बताया कि मंत्रालय लगातार इस टूल के बारे में जागरूकता बढ़ा रहा है और राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेशों को इसके उपयोग के लिए दिशा-निर्देश भेजे जा चुके हैं। इसके बाद इन दिशानिर्देशों को संबंधित पंचायतों तक पहुंचाया गया।
मंत्री ने बताया कि SabhaSaar टूल सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए उपलब्ध है और ग्राम पंचायतें नियमित ग्राम सभा और पंचायत बैठकों में इसे धीरे-धीरे अपना रही हैं।
क्या है SabhaSaar टूल?
SabhaSaar एक AI-आधारित वॉइस-टू-टेक्स्ट सिस्टम है, जो पंचायत बैठकों की ऑडियो रिकॉर्डिंग से स्वचालित रूप से लिखित सार तैयार करता है। इसे 14 अगस्त 2025 को लॉन्च किया गया था।
यह तकनीक पंचायत कामकाज में
पारदर्शिता
दस्तावेज़ीकरण
समय की बचत
बेहतर रिकॉर्ड-कीपिंग
सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
