नई दिल्ली. फ्रंटियर टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए सिक्किम सरकार ने घोषणा की है कि रणनीतिक रूप से संवेदनशील स्थल डोकलाम और चो ला को इस साल 15 दिसंबर तक आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। यह पहला अवसर होगा जब सामान्य नागरिक इन उच्च सुरक्षा वाले बॉर्डर क्षेत्रों में प्रवेश कर पाएंगे।
ये स्थल पहले 27 सितंबर को खोले जाने थे, लेकिन प्रशासनिक और लॉजिस्टिक कारणों से इसे टाल दिया गया था। रिपोर्टर्स से बात करते हुए सिक्किम के अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन) C.S. राव ने बताया कि अब इन स्थलों को खोलने की तैयारी अंतिम चरण में है। इन पहले से प्रतिबंधित क्षेत्रों को खोलकर, सिक्किम सरकार एडवेंचर और हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहती है।
पर्यटकों के लिए खोला
सिक्किम सरकार चो ला और डोकलाम को रक्षा मंत्रालय की बैटलफील्ड टूरिज्म पहल के तहत खोलने की तैयारी कर रही है। डोकलाम, जो लगभग 14 हज़ार फीट की ऊंचाई पर और राजधानी गंगटोक से करीब 70 किमी दूर स्थित है, भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 8 साल के स्टैंड-ऑफ के बाद अब पर्यटकों के लिए खोला जाएगा।
वहीं, चो ला इतिहास प्रेमियों, एडवेंचर के शौकीनों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आकर्षक स्थल है। यह स्थल मुख्यतः 1967 में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई टकराव के लिए जाना जाता है। सिक्किम सरकार और सेना इन जगहों को अगले महीने तक पर्यटकों के स्वागत के लिए विकसित कर रहे हैं।
हालांकि, सरकार इन स्थलों पर प्रतिदिन सीमित संख्या में वाहनों और बाइक्स को ही अनुमति देगी। साथ ही, पर्यटकों के लिए कुछ नियम और निर्देश (Dos & Don’ts) लागू होंगे, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा।
