नई दिल्ली. भारतीय चुनाव आयोग की बृहस्पतिवार को 4 बजे से हुई प्रेस वार्ता में मुख्य चुनाव आयुक्त ने हिमाचल विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. जानकारी के मुताबिक, हिमाचल में चुनाव की तारीख 9 नवंबर घोषित की गयी है जबकि मतगणना 18 दिसंबर को होगी. गुजरात में चुनाव 18 दिसंबर से पहले ही करा लिये जायेंगे. आयोग के मुताबिक, हिमाचल में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी है.
इस प्रेस वार्ता में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा ओ.पी.रावत और सुनील अरोड़ा के साथ मुख्य निर्वाचन आयुक्त अचल कुमार ज्योति ने की. उन्होने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल के 7521 मतदान केंद्रों पर वोट पड़ेंगे. इन सभी केंद्रों पर ईवीएम से वोटिंग की व्यवस्था होगी और वीवीपैट से वोटों का मिलान की व्यवस्था भी होगी.
चुनाव प्रत्याशियों के नामांकन की तारीख 16 से 23 अक्टूबर तक रखी गयी है जबकि 24 उनके नामों की स्क्रुटनी प्रक्रिया होगी. 26 तक प्रत्याशी अपने नाम वापस ले सकते हैं. चुनाव प्रत्याशियों के लिये अधिकतम खर्च की सीमा 28 लाख रखी गयी है. 68 विधानसभा सीटों वाली हिमाचल विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 7 जनवरी 2018 को खत्म हो रहा है.
निर्देशों के मुताबिक, वीवीपैट से अपने वोट के मिलान के लिये 7 सेकेंड का वक्त होगा. वोट देने के बाद मतदाता अपने चुनाव को स्क्रीन पर देख सकता है. उसमें उम्मीदवार का नाम, उसके चुनाव चिन्ह और पार्टी के नाम के साथ दिखेगा. नई व्यवस्था के मुताबिक स्क्रीन पर अपने मतदान को देखने में सहूलियत के लिये यह 10 सेंमी. लंबाई में और 6 सेंमी. चौड़ाई में ग्लास स्क्रीन पर दिखेगी.
सोशल मीडिया के लिये निर्देश जारी करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव अधिकारी जिला और राज्य स्तर पर फेसबुक, ट्विटर के जरिये लोगों के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे. साथ ही पेड न्यूज पर चुनाव आयोग की कड़ी नज़र रहेगी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, समाचार पत्रों और सोशल मीडिया पर नज़र रखने के अलग से अधिकारी नियुक्त किये गये हैं.