नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को हरियाणा के शिकोहपुर भूमि सौदे से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में व्यवसायी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को तलब किया। इस मामले में पूछताछ के लिए उन्हें जारी किया गया यह दूसरा समन है। वाड्रा को शुरू में 8 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हालांकि, वह जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे।
डीएलएफ भूमि हड़पने का मामला
अक्टूबर 2011 मेंअरविंद केजरीवाल (तब एक कार्यकर्ता थे) ने वाड्रा पर राजनीतिक लाभ के बदले में डीएलएफ लिमिटेड से 65 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण और जमीन पर भारी सौदेबाजी करने का आरोप लगाया था।
डीएलएफ ने जवाब दिया कि उसने वाड्रा के साथ एक निजी उद्यमी के रूप में सौदा किया था और यह ऋण वाड्रा से खरीदी गई जमीन के भुगतान के लिए व्यापार की प्रथा के अनुसार दिया गया ‘व्यावसायिक अग्रिम’ था। कंपनी ने यह भी कहा कि उसने उन्हें रियायती मूल्य पर जमीन नहीं बेची और कोई लेन-देन नहीं हुआ।
2013 का है मामला
भूमि सौदों में कथित अनियमितताओं को लेकर रॉबर्ट वाड्रा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और डीएलएफ की भी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच की जा रही है। यह मामला 2013 में कांग्रेस की भूपिंदर सिंह हुड्डा सरकार के दौरान हरियाणा के अमीपुर गांव में 50 एकड़ जमीन हड़पने से जुड़ा है। वाड्रा ने कथित तौर पर 2008 में कुछ महीनों के भीतर इस भूमि सौदे से 50 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध लाभ कमाया।