ऊना(चिंतपूर्णी). चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं को वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) प्रक्रिया के बारे में पंचायत प्रतिनिधियों सहित प्रमुख राजनितिक दलों के प्रतिनिधियों को जानकारी दी गई. मंगलवार को विकास खंड कार्यालय अम्ब के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में एसडीएम अम्ब बचन सिंह, बीडीओ सलीम आलम खान व तहसीलदार विपन कुमार ने कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे.
उन्होने कहा कि वीवीपैट में लगे शीशे पर यह पर्ची सात सेकेंड तक दिखती है और उसके बाद पर्ची इस मशीन में जमा हो जाती है. मतदाता को वीवीपैट से निकली पर्ची के देखने के बाद वोट के बारे में पुष्टि हो जाती है कि उनके द्वारा दिया गया वोट संबंधित उम्मीदवार को ही गया है.
इस मौके पर एसडीएम अम्ब बचन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदाताओं को वोट की पुष्टि करने के लिए नई तकनीक वीवीपैट का प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार इस्तेमाल किया जाएगा.
उन्होने कहा कि वीवीपैट व्यवस्था के तहत, जब मतदाता नीला बटन दबाकर वोट डालते हैं, तो वोट डालने के तुरंत बाद वीवीपेट मशीन से कागज की एक पर्ची निकलती है, जिस पर उम्मीदवार का नाम, नंबर और चुनाव चिह्न छपा होता है.
उन्होने कहा कि इस बार चुनाव आयोग ने 90 प्रतिशत मतदान करवाने का लक्ष्य रखा है. इसे पूरा करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा गठित की गई टीमें बूथ स्तर पर जाकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक कर रहीं हैं. इस अवसर पर ब्लॉक समिति चेयरमैन सतीश शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस चिंतपूर्णी के अध्यक्ष मास्टर प्रीतम सिंह जम्बाल, डॉ रविन्द्र कुमार, वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चौधरी, बीडीसी सदस्य सुरेश मियां, अमरदीप सिंह, सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे.