पटना. जेडीयू में असली-नकली की लड़ाई पर चुनाव आयोग ने अपना फैसला सुना दिया है. वरिष्ठ नेता शरद यादव के दावे को खारिज करते हुए आयोग ने जेडीयू के चुनाव चिह्न ‘तीर’ पर नीतीश कुमार का हक माना है. आयोग ने कहा कि नीतीश को ज्यादा विधायकों का समर्थन प्राप्त है. गौरतलब है कि नीतीश के महागठबंधन में अलग होने के बाद शरद यादव ने अलग धड़ा बना लिया था और पार्टी के सिंबल पर दावा किया था.
पहले भी खारिज हो चुका है दावा
शरद यादव ने इससे पहले भी दो बार ‘तीर’ सिंबल पर दावा पेश किया था. हालांकि चुनाव आयोग ने इसे खारिज कर दिया था. नीतीश के महागठबंधन से अलग होने को उन्होंने जनता के साथ धोखा करार दिया था. कहा था कि जनता ने महागठबंधन को पांच साल के लिए वोट दिया है.
गुजरात में चुनाव लड़ेगी पार्टी
सिंबल की लड़ाई का प्रकरण लंबा खिंचने पर सोमवार को नीतीश धड़े की तरफ से गुजरात चुनाव के मद्देनजर आयोग से जल्द फैसला करने की मांग की गई थी. फैसले के बाद जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि गुजरात के आदिवासियों के बीच में तीर काफी लोकप्रिय है. इस लिहाज से पार्टी कुछ परंपरागत सीटों से चुनाव लड़ेगी.