नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त ग्यानेश कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का दूसरा चरण अब 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों (UTs) में शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में SIR लागू होगा, वहां आज आधी रात से मतदाता सूची (Electoral Roll) फ्रीज़ कर दी जाएगी और बाद में मतदाताओं को विशेष फार्म दिए जाएंगे, जिनमें उनके विवरण दर्ज होंगे।
सीईसी कुमार ने कहा, “SIR का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी योग्य मतदाता छूटे नहीं और कोई भी अयोग्य व्यक्ति सूची में शामिल न हो।” उन्होंने बताया कि बिहार में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जहां 7.42 करोड़ मतदाताओं की अंतिम सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की गई थी।
SIR फेज-2 में शामिल राज्य और केंद्र शासित प्रदेश
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि SIR का दूसरा चरण पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश सहित कुल 12 राज्यों/UTs में होगा।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची:
पश्चिम बंगाल
उत्तर प्रदेश
मध्य प्रदेश
तमिलनाडु
केरल
राजस्थान
छत्तीसगढ़
गोवा
गुजरात
पुडुचेरी
अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
लक्षद्वीप
277 लोकसभा सीटों पर होगा SIR का प्रभाव
इस दूसरे चरण में 277 लोकसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा —
उत्तर प्रदेश (80)
पश्चिम बंगाल (42)
तमिलनाडु (39)
मध्य प्रदेश (29)
गुजरात (26)
राजस्थान (25)
केरल (20)
छत्तीसगढ़ (11)
गोवा (2)
अंडमान और निकोबार (1)
लक्षद्वीप (1)
पुडुचेरी (1)
कुल 1,843 विधानसभा क्षेत्र और 51 करोड़ मतदाता
इन 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 1,843 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश (403) और पश्चिम बंगाल (294) शामिल हैं। इन क्षेत्रों में कुल लगभग 51 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं।
SIR के लिए जरूरी पहचान पत्र और दस्तावेज़
मतदाता पहचान सत्यापन के लिए आयोग ने कुछ मान्य दस्तावेजों की सूची जारी की है —
केंद्र/राज्य सरकार या PSU का कोई पहचान पत्र या पेंशन ऑर्डर
01.07.1987 से पहले जारी सरकारी/बैंक/पोस्ट ऑफिस/LIC पहचान पत्र
जन्म प्रमाण पत्र
पासपोर्ट
मैट्रिकुलेशन या शैक्षणिक प्रमाण पत्र
स्थायी निवास प्रमाण पत्र
वन अधिकार प्रमाण पत्र
जाति प्रमाण पत्र (OBC/SC/ST)
नागरिक रजिस्टर (जहां लागू हो)
परिवार रजिस्टर (राज्य/स्थानीय निकाय द्वारा तैयार)
भूमि या मकान आवंटन प्रमाण पत्र
आधार कार्ड पर आयोग की 09.09.2025 की गाइडलाइन लागू होगी।
CEC ग्यानेश कुमार ने कहा – बिहार ने दिया मिसाल
कुमार ने कहा, “आज हम दूसरे चरण के SIR की शुरुआत की घोषणा कर रहे हैं। मैं बिहार के 7.5 करोड़ मतदाताओं को नमन करता हूं, जिन्होंने पहले चरण को सफल बनाया।” उन्होंने बताया कि आयोग ने देश के सभी 36 राज्यों के चुनाव अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की है।
राजनीतिक दलों से बैठक और मतदाता सूची की समीक्षा
कुमार ने बताया कि सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) और जिला निर्वाचन अधिकारी (DEO) को निर्देश दिया गया है कि वे अगले दो दिनों में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मिलकर SIR प्रक्रिया की जानकारी दें।
BLO तीन बार करेंगे घर-घर जाकर सत्यापन
सीईसी ने बताया कि दूसरे चरण के लिए पोलिंग अधिकारियों का प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू होगा और BLO (Booth Level Officer) हर घर तीन बार जाकर सत्यापन करेंगे। उन्होंने कहा, “माइग्रेटेड (स्थानांतरित) मतदाताओं के मुद्दे को हल करने के लिए लोग अब ऑनलाइन भी अपने फॉर्म जमा कर सकते हैं।”
2002 के बाद पहली बार देशव्यापी स्तर पर ऐसा रिवीजन
ग्यानेश कुमार ने बताया कि SIR का यह अभियान स्वतंत्रता के बाद 9वां है। पिछली बार यह प्रक्रिया 2002 से 2004 के बीच चली थी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने समय-समय पर मतदाता सूची की गुणवत्ता को लेकर चिंता जताई है, इसलिए यह अभियान “सटीक और पारदर्शी मतदाता सूची” सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम है।
