कुल्लू. कुल्लू-रोहतांग तथा इसके आसपास के इलाकों में बर्फबारी होने से अब इलेक्ट्रिक बसें (हिम तरंग) आगामी पांच-छह महीने तक रोहतांग नहीं पहुंच पाएगी. हिमाचल पथ परिवहन निगम अब इन इलेक्ट्रिक बसों को कुल्लू-मनाली तथा मनाली के आसपास के पर्यटन स्थलों तक चलाने की तैयारी कर रहा है. इसका प्रपोजल तैयार किया जा रहा है.
पर्यटक का सफर होगा सुहावना
रोहतांग छोड़कर यह इलेक्ट्रिक बसें आसपास के क्षेत्रों में चलने से जहां निगम प्रबंधन के खजाना भरेगा. वहीं, देशी-विदेशी पर्यटक सहित कुल्लू-मनाली के लोग भी इस बस में सुहावना सफर कर सकेंगे. जब तक अगले-चार महीने बाद रोहतांग वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल नहीं होता है, तब तक इलेक्ट्रिक बस को सराउडिंग एरिया में ही चलाया जाएगा.
बस का किराया किया गया तय
रोहतांग के लिए हिमाचल पथ परिवन निगम ने बस का किराया तय किया है, लेकिन कुल्लू-मनाली के सराउडिंग एरिया का किराया प्रपोजल को मुहर लगने के बाद तय किया जाएगा. परिवहन मंत्री जीएस बाली ने जब कुल्लू बस स्टेंड में इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाई थी. उस दौरान उन्होंने ने भी कहा था कि गर्मी में यह बसें रोहतांग के लिए जाएंगी. जब रोहतांग में बर्फ पड़ेगी तो उसके बाद ऑफ सीजन में यह बसें भुंतर एयरपोर्ट से कुल्लू-मनाली के लिए चलेगी.
बस मंडी व मणिकर्ण भी जायेगी
इस बस सेवा को बढ़ाते हुए मंडी व मणिकर्ण भी किया जा सकता है. एक बार चार्जिंग के बाद यह बस 150 से 200 किलोमीटर का सफर तय करेगी. लिहाजा, कुल्लू-मनाली में बस में सफर करने के लिए पर्यटक समेत यहां के लोगों की भीड़ लगेगी. लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से शुरू हुए इलेक्ट्रिक बस में 12, 22, 11, 10 यात्री ही सफर कर पाए हैं. हालांकि शुक्रवार को टैक्सी चालकों ने इलेक्ट्रिक बस चलने का विरोध भी किया, लेकिन बस पर्यटकों को लेकर गुलाबा से वापस लौटी.
कोठी तक ही जा पाई इलेक्ट्रिक बस
जानकारी के अनुसार शनिवार को कोठी तक ही इलेक्ट्रिक बस गई. इससे आगे बर्फबारी होने के चलते बस आगे नहीं जा पाई. शनिवार को 11 पर्यटकों ने ही इलेक्ट्रिक बस में सफर किया. इन पर्यटकों ने जहां इलेक्ट्रिक बस में सुहावना सफर किया. वहीं, बर्फ के बीच अठखेलियां भी की.
बताते चलें कि रोहतांग, गुलाबा, मढ़ी, कोठी, राहनीनाला में पिछले दिनों में लगातार बर्फबारी होने से मार्ग पर वाहन चलाने जोखिम भरे हो गए हैं.