नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुजरात के बोटाड विधायक उमेश मकवाना (Umesh Makwana) को गुरुवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पांच वर्ष के लिए निलंबित (suspended) कर दिया। मकवाना ने उसी दिन अपनी सभी पार्टी पदों से इस्तीफा (resignation) दे दिया था, लेकिन पार्टी ने घोषणा कर दी कि वे अगले पांच साल तक AAP के किसी भी पद पर कार्य नहीं कर पाएंगे।
इस्तीफे का पत्र और पार्टी की प्रतिक्रिया
मकवाना ने पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को लिखे पत्र में बताया कि वे राष्ट्रीय संयुक्त सचिव और गुजरात विधानसभा में मुख्य सचेतक के पदों से हट रहे हैं। उन्होंने लिखा:
“समाज सेवा में मेरी क्षमता सीमित होने के कारण मैं सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं, लेकिन एक grassroots worker के रूप में पार्टी के लिए काम करता रहूंगा।”हालांकि, AAP Gujarat President इसुदान गढ़वी (Isudan Gadhvi) ने X (formerly Twitter) पर बताया कि मकवाना को “गुजरात-विरोधी और पार्टी-विरोधी गतिविधियों” में शामिल होने के चलते निलंबित किया गया है।
उपचुनाव में AAP को झटका
उमेश मकवाना की निलंबन खबर ऐसे समय आई है जब AAP ने गुजरात के विसावदर सीट पर उपचुनाव जीता है। 2022 के विधानसभा चुनाव में मकवाना ने BJP के Ghanshyam Virani को 2,779 मतों से हराकर Botad seat पर जीत दर्ज की थी।
AAP का Gujarat में सफर
2022 Assembly Polls: AAP ने लगभग 13% vote share के साथ 5 सीटें जीतीं (Botad, Dediapada, Gariadhar, Visavadar, Jamjodhpur)। Bypoll Momentum: Visavadar उपचुनाव में Gopal Italia की जीत ने उम्मीद जगाई थी।
आगे की राह: विधायक vs पार्टी
उमेश मकवाना का कहना है कि वे grassroots level पर party worker बने रहेंगे, जबकि AAP का रुख कड़ा दिखता है। अगले कदम में मकवाना कानूनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं या कदम वापस लेने की मांग कर सकते हैं। इन घटनाओं ने Gujarat में AAP के संगठनात्मक स्वरूप और candidate discipline को नए सिरे से चर्चा का विषय बना दिया है। आगे देखते हैं कि Umesh Makwana और AAP leadership इस मामले को कैसे सुलझाते हैं।