नई दिल्ली. पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान पिछले सात दिनों से दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा लाये गये नए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं. इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जमा हुए हैं और वे लगातार धरने पर बैठे हुए हैं. जिससे दिल्ली के चारों और जाम लगा हुआ है.
बातचीत रही बेनतीजा
इस बीच बुधवार 1 दिसंबर को इन किसानों ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेलवे मंत्री पियूष गोयल के साथ बातचीत भी कि लेकिन ये बातचीत बेनतीजा रही. किसानों को कमिटी पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उनका कहना है कि जबतक कमेटी कोई निष्कर्ष पर नहीं पहुंचती और कुछ ठोस बात नहीं निकलती, उनका आंदोलन जारी रहेगा. ये किसान नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
वहीं दिल्ली और हरियाणा के बीच पड़ने वाले सिंघु बॉर्डर से किसानों ने कहा कि, जब तक सरकार तीनों बिल वापस नहीं लेती तब तक ये आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा और अगर ऐसे ही चलता रहा तो आंदोलन और बड़ा होगा.
आज फिर बैठकों का दौर
किसान आंदोलन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल की बैठक हो रही है. दोनों मंत्री गृह अमित शाह के आवास पर पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि सरकार किसान आंदोलन खत्म करने को लेकर अपनी तैयारियों को लेकर ये बैठक कर रही है. कल कृषि मंत्री के साथ किसानों की बैठक बेनतीजा रही थी.