मंडी (सुंदरनगर). युवा नेतृत्व के हाथों में राजनीतिक कमान सौंपने से कांग्रेस पार्टी के कई विधानसभा क्षेत्रों में युवा नेताओं की लॉटरी लग सकती है. भले हिमाचल प्रदेश के नाचन विधानसभा क्षेत्र से पिता पुत्र ने कांग्रेस पार्टी से टिकट के लिए मांग करते हुए आवेदन किया है. टेक चंद डोगरा नाचन से चार बार बतौर विधायक के रूप में नेतृत्व कर चुके है, तो दूसरी ओर उनके बेटे एवं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव संजू डोगरा ने भी अपने पिता की ही विधानसभा से टिकट की मांग कर दी है. चुनाव नज़दीक आते ही राजनीतिक पार्टियों की धड़कने तेज़ हो गई है.
9 नवंबर को होंगे चुनाव
9 नवंबर को प्रदेश में चुनाव होने जा रहा है. टिकट की दावेदारी करने में न भाजपा पीछे है न कांग्रेस , वहीं कई लोगों ने तो आजाद चुनाव लड़ने का भी फैसला कर लिया है. वहीं अब एक ही मैदान से पिता और पुत्र ने टिकट के लिए आवेदन किया है. गुरुवार को नाचन विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक टेक चंद डोगरा के पुत्र संजू डोगरा ने नाचन से टिकट की दावेदारी पेश की.
विश्राम गृह सुंदरनगर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के कमेटी के सचिव संजू डोगरा ने कहा कि मेरे पिता पिछले 35 साल से कांग्रेस के लिए कार्य कर रहे हैं. 4 बार चुनाव जीतकर हिमाचल विधानसभा का नेतृत्व कर चुके है. उन्होने 1996 से अपना राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और छात्र संगठन के विभाग पदों पर कार्य किया. अगर कांग्रेस हाईकमान उसे टिकट देती है तो वह जीतकर युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए पूरे दमखम दिखाएंगे.
उन्होने आगे कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उन्हे आश्वस्त करवाया है कि तैयारी करें. इस बार युवा नेतृत्व को ही अवसर दिया जाएगा. वर्तमान में नाचन विधानसभा क्षेत्र से अभी तक कांग्रेस के लिए 12 प्रत्याशी टिकट के लिए आवेदन कर चुके हैं. अब देखना होगा कि कांग्रेस हाईकमान पिता पर मेहरबान होती है या पुत्र पर या कोई तीसरा चेहरा कांग्रेस की तरफ़ से मैदान में होगा.