भोपाल: भोपाल में मध्य प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यालयों वाले ‘सतपुड़ा भवन’ में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. दरअसल सतपुड़ा भवन में सोमवार को भीषण आग लग गई थी. इस भवन में कई सरकारी विभागों के कार्यालय हैं.
भवन की आग बुझाने के लिए भारतीय वायु सेना और स्थानीय अधिकारियों ने मिलकर लगभग 14 घंटे का लंबा ऑपरेशन चलाया. सभी मंजिलों पर आग पर काबू पा लिया गया है, पर छठी मंजिल पर अभी भी धुआं निकल रहा है. जिसे काबू में करने में फायरफाइटर्स को 2 घंटे का समय लग सकता है.
इमारत को समय रहते खाली करा लिया गया और कोई हताहत नहीं हुआ. भारतीय वायु सेना के विमान एएन-52 और एमआई-15 हेलिकॉप्टर भी रात में बुझाने के अभियान में शामिल हुए और ऊपर से बाल्टियों का उपयोग करके पानी डाला.
एसी के कंप्रेशर फटने से बढ़ी लाग
जानकारी के अनुसार देर रात तक एसी के कंप्रेशर फटने से शुरू हुई और एक के बाए एक करीब 30 एसी के कंप्रेशर फटते चले गए और आग ने विकराल रूप ले लिया. आग शाम करीब चार बजे सरकारी भवन की तीसरी मंजिल से लगी, जहां ट्राइबल वेलफेयर डिपार्टमेंट का क्षेत्रीय कार्यालय स्थित है. आग तीसरी मंजिल से ऊपरी तीन मंजिलों तक तेजी से फैल गई थी. जैसे ही आग एयर कंडीशनर और कुछ गैस सिलेंडरों के संपर्क में आई, तब कई विस्फोट हुए.
आग नहीं बुझी तब सेना की मदद मांगी
रात में आग काबू में नहीं आने की स्थिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और सेना की मदद मांगी. इसके बाद भोपाल से सेना के अधिकारी दमकल के साथ सतपुड़ा भवन पहुंचे और मोर्चा संभाला. देर रात वायुसेना के अधिकारी भी सतपुड़ा भवन पहुंचे. इसके बाद वायुसेना के एएन-32 विमान और एमआई-15 हेलीकाप्टर आग बुझाने के लिए दिल्ली से भोपाल भेजने का निर्णय लिया गया.

प्रधानमंत्री और शाह को दी जानकारी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सतपुड़ा भवन में लगी विकराल आग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की. दोनों नेताओं को आग बुझाने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी देने के साथ किए जाने वाले प्रयासों को बताया. दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस घटना को लेकर हर संभवव मदद करने का आश्वासन दिया.
एसीएस-पीएस की समिति करेगी जांच
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगजनी की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित कर दी है. यह समिति आग लगने के प्रारंभिक कारणों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सौंपेगी. जांच समिति में एसीएस गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग सुखबीर सिंह और एडीजी अग्निशमन आशुतोष राय को शामिल किया गया है.