नई दिल्ली. रविवार को निकोसिया में आयोजित India‑Cyprus CEO Roundtable को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री Narendra Modi ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा, इनोवेशन, रक्षा और डिजिटल पेमेंट जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने की अपील की।
द्विपक्षीय व्यापार और निवेश अवसर
भारत-साइप्रस व्यापार वर्तमान में 150 मिलियन डॉलर का है, लेकिन वास्तविक संभावना इससे कई गुना अधिक है। 100 बिलियन डॉलर के वार्षिक बुनियादी ढांचे के निवेश का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में समुद्री और बंदरगाह विकास, जहाज निर्माण और नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में अवसर हैं। कई भारतीय कंपनियां साइप्रस को यूरोप और मिडिल ईस्ट में निवेश का प्रवेश द्वार मानती हैं।
Digital Revolution और UPI Internationalization
भारत में 50% डिजिटल लेनदेन UPI के माध्यम से किए जाते हैं। साइप्रस का UPI के साथ एकीकरण जल्द ही शुरू हो जाएगा, जिससे सीमा पार भुगतान सरल हो जाएगा। यह पहल डिजिटल इंडिया की सफलता को वैश्विक स्तर पर ले जाएगी।
नवाचार, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी फोकस
Fintech, AI, IT Services, और startup ecosystem में भारत ने पिछले दशक में अभूतपूर्व प्रगति की है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी 100,000+ startups “सिर्फ सपने नहीं, समाधान बेच रही हैं। ऊर्जा क्षेत्र में renewable energy और smart grids पर भी दोनों देश सहयोग बढ़ा सकते हैं।
सिटी-साइप्रस स्टॉक एक्सचेंज सहयोग
मोदी ने स्वागत किया कि Cyprus Stock Exchange और NSE ने GIFT City MoU पर हस्ताक्षर किए हैं। यह यूरोप‑भारत वित्तीय कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा और EU‑India Free Trade Agreement (FTA) पर काम को गति देगा।
पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान
पीएम मोदी ने कहा कि साइप्रस शीर्ष पर्यटन स्थल के साथ-साथ भारत के पर्यटन साझेदारियों को भी बढ़ावा देगा। गंतव्य विकास और आतिथ्य प्रबंधन में दोनों देशों के पर्यटन विशेषज्ञ मिलकर काम कर सकते हैं।