नई दिल्ली. अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने गूगल की नई एआई चैटबॉट सर्विस Google Bard की घोषणा कर दी है. इस एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल एआई सर्विस को फिलहाल यूजर्स के फीडबैक के लिए जारी किया गया है. कंपनी का कहना है कि इसे आने वाले हफ्तों में टेस्टिंग के बाद सार्वजनिक रिलीज किया जाएगा. दरअसल, गूगल अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल बार्ड को ChatGPT की टक्कर में लेकर आ रहा है.
जानें क्या है Bard और ChatGPT से कैसे अलग है?
बार्ड, गूगल की एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित चैटबॉट सर्विस है, जो कि LaMDA टेक्नोलॉजी का उपयोग कर बनाया गया है. इसे कंपनी के सीईओ पिचाई ने “प्रायोगिक संवादी AI सेवा” यानी एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल एआई सर्विस कहा है. आने वाले हफ्तों में इसे टेस्टर्स के लिए खोल दिया जाएगा और अन्त में जनता के लिए अधिक व्यापक रूप से उपलब्ध होगा. बार्ड LaMDA और गूगल के अपने कन्वर्सेशनल एआई चैटबॉट पर आधारित है.
यूजर फीडबैक और इंटरनल टेस्टिंग से बनेगा परफेक्ट
फिलहाल बार्ड को सार्वजनिक उपयोग के लिए जारी नहीं किया गया है. कंपनी का कहना है कि टेस्टिंग के बाद इसे आने वाले कुछ हफ्तों में जारी किया जाएगा. कंपनी का कहना है कि वह बार्ड पर पिछले दो साल से काम कर रहे हैं और यह परीक्षण में है. इसे बहुत जल्द जारी किया जाएगा. बता दें कि कंपनी कल यानी 8 फरवरी को एक AI इवेंट भी आयोजित कर रही है, जहां बार्ड को लेकर और अधिक जानकारी सामने आएगी.
कठिन विषयों को समझने में करेगा मदद
यानी Bard ज्यादा सटीक जवाब दे सकता है. साथ ही गूगल का कहना है कि बार्ड को बड़े लैंग्वेज मॉडल की पावर, बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता के संयोजन से लैस किया जाएगा. सिर्फ इतना ही नहीं बार्ड को ऐसे डेवलप किया जा रहा है कि यह टूल यूजर्स के फीडबैक और इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर ज्ञान प्राप्त करेगा.
क्या Google Search engine बंद हो जाएगा
फिलहाल गूगल लोगों के सवालों के जवाब देने के लिए अन्य वेबसाइट्स का लिंक उपलब्ध कराता है. नए एआई टूल की मदद से गूगल यूजर्स को बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता के संयोजन से लैस जवाब उपलब्ध कराने वाला है. इसके लिए कंपनी LaMDA का उपयोग भी करने वाली है. यानी कि गूगल सर्च इंजन को बंद नहीं किया जाने वाला बल्कि कंपनी अपने सर्च इंजन के साथ एआई चैटबॉट को अपडेट कर सकती है.