चंबा. वैसे तो इस वर्ष चंबा हॉस्पिटल को मेडिकल कॉलेज का दर्जा मिल चुका है. लेकिन यहां पर मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं का बुरा हाल है. हॉस्पिटल में बना जन औषधि केंद्र पिछले 2 सालों से बंद पड़ा है. यहां पर सरकारी खर्च पर कम दामों में लोगों को दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती थी, लेकिन अब लोगों को बाहर से अधिक पैसे चुकाकर दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं.
हॉस्पिटल में स्मार्ट कार्ड धारकों को मुफ्त में दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं नाम मात्र ही है. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वही इस बारे में मुख्य चिकित्सक अधिकारी विनोद शर्मा ने बताया कि यह जन औषधि केंद्र पिछले डेढ़ सालों से बंद है और अभी हाल ही में उन्होंने इसके लिए टेंडर भी करवाए थे. लेकिन जिस व्यक्ति को इस केंद्र की जिम्मेदारी दी गई थी, वह यहां काम करने ही नहीं आया.
शर्मा ने बताया कि जल्द ही दोबारा से जन औषधि केंद्र के लिए टेंडर करवाए जाएंगे. इसे दोबारा खोलकर लोगों को सुविधाएं प्रदान की जाएगी. अब देखना होगा की ये वादा कब पूरा होगा और कब मरीजों को राहत मिल सकेगी.
 
								 
         
         
         
        