नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री J P Nadda ने देश में Dengue और Malaria की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के लिए उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव Punya Salila Srivastava और स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। जेपी नड्डा ने states, local bodies और communities से अपील की कि वे बरसात और उसके बाद के महीनों में विशेष सतर्कता बरतें और रोकथाम के उपाय तेज करें। सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजकर awareness campaigns और बीमारी पर नियंत्रण के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा गया।
States को 20 दिन में कार्ययोजना बनाने के निर्देश
बैठक में राज्यों को निर्देश दिया गया कि वे अगले 20 दिनों के भीतर अपनी action plan तैयार करें। नगर निगम, पंचायतों और स्थानीय संस्थाओं को awareness programs तेज करने के निर्देश दिए गए। अस्पतालों में पर्याप्त medicines, testing facilities, beds और मच्छर-मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए गए। इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर के लिए विशेष high-level review meeting आयोजित करने का आदेश दिया गया।
मलेरिया पर बड़ी सफलता, 2030 तक खत्म करने का लक्ष्य
भारत में 2015 से 2024 के बीच Malaria cases और deaths में करीब 78% की कमी आई है। 2022-24 के दौरान 160 जिलों में मलेरिया का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। 33 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मलेरिया का स्तर काफी कम हो गया है। सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक malaria elimination हो जाए।
इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं:
National Strategic Plan 2023-27
Real-time surveillance system
आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन
Mosquito net distribution
लैब तकनीशियनों का प्रशिक्षण
Zero Malaria districts recognition
डेंगू और चिकनगुनिया पर भी फोकस
भारत के लगभग सभी राज्य (लद्दाख को छोड़कर) Dengue और Chikungunya affected हैं। बरसात के मौसम में इनकी गंभीरता बढ़ जाती है। सरकार surveillance, treatment, mosquito control, departmental coordination और public awareness पर जोर दे रही है। देशभर में 869 sentinel hospitals और 27 labs मुफ्त टेस्ट सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं। इस साल अब तक राज्यों को 5,520 Dengue test kits और 2,530 Chikungunya test kits भेजे जा चुके हैं।