शिमला. निकटवर्ती जाठिया देवी में क्योंथल सामाजिक-सांस्कृतिक उत्थान संस्था द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने लोगों से गाय के महत्व को समझने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि भारतीय नस्ल की गाय के माध्यम से देश के किसानों को बचाया जा सकता है.
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गाय को ऊंचा स्थान प्राप्त है और इसे माता का दर्जा दिया गया है. उन्होंने चिंता जताई कि भौतिकतावाद के इस युग में गाय को पराया कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि आज वैज्ञानिकों ने भी गाय पर अनेक शोध कर इसके दूध, गोबर, गौमूत्र को अद्भुत पाया है. उन्होंने कहा कि हमारे हर धार्मिक ग्रंथ में गाय का उल्लेख है और इसका वर्णन मनुष्य से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि यह हमारी कमज़ोरियों का ही परिणाम है कि गाय को सड़कों पर छोड़ दिया गया है.
एक देसी गाय से 30 एकड़ भूमि पर कृषि
उन्होंने कहा कि भारतीय नस्ल की गाय के दूध में रोग प्रतिरोधक क्षमता है. इसके एक ग्राम गोबर में करीब 300 से 500 करोड़ जीवाणु पाये जाते हैं, जो जमीन की उर्वरा शक्ति को बढ़ाते हैं.
उन्होंने कहा कि एक देसी गाय से 30 एकड़ भूमि पर कृषि की जा सकती है. इसी तरह गौमूत्र भी कई मायनों में फायदेमंद है. उन्होंने कहा कि गौमूत्र इतना प्रभावी है कि आयुर्वेद में जहरीली दवाओं का शोधन भी इसी से किया जाता है.
उन्होंने क्योंथल सामाजिक-सांस्कृतिक उत्थान संस्था को गौशाला के लिए 51 हजार रुपये देने की घोषणा भी की.
सामाजिक-सांस्कृतिक उत्थान संस्था क्योंथल के प्रधान श्री मदन ठाकुर ने राज्यपाल का स्वागत किया.
गाय के नस्ल सुधार का आग्रह
इससे पूर्व, राज्यपाल ने श्री कामनापूर्णी गौशाला समिति टुटू में माल-पूर्णिमा, शरद-पूर्णिमा और वाल्मीकि जयन्ती पर आयोजित समरसता दिवस के मौके पर गाय के नस्ल सुधार पर कार्य करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में देसी गाय पर आधारित खेती का मॉडल तैयार किया गया है.
आचार्य देवव्रत ने कहा कि जात-पात हमारी मानसिकता का परिणाम है और जात-पात के भेद ने समाज को तोड़ने का ही कार्य किया है. वेदों में वर्ण व्यवस्था को कर्म के आधार पर निर्धारित किया है और मानव जाति का ही उल्लेख किया गया है. उन्होंने लोगों से अंधविश्वास से बचने और समाज से पाखंड को दूर करने की अपील की.
इस अवसर पर राज्यपाल ने श्री कामनापूर्णी गौशाला समिति, टुटू को गौवंश संवर्द्धन के लिए एक लाख रुपये देने की घोषणा भी की.
श्री कामनापूर्णी गौशाला समिति टुटू के अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार ने राज्यपाल का स्वागत किया. इस अवसर पर डी.ए.वी. स्कूल टुटू और एस.डी. स्कूल गंज शिमला के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया.