आज आधी रात के बाद देश में टैक्स व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव होने वाला है. देश के आजादी के बाद गुड्स और सर्विसेज एक्ट को सबसे बड़े टैक्स सुधार के रूप में देखा जा रहा है. इसी को लेकर संसद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में जीएसटी लागू करने का ऐलान करेंगे.
हालांकि इस कार्यक्रम के कई विपक्षी दलों ने विरोध भी किया है और इस कार्यक्रम में कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल शामिल नहीं होंगे. इस कार्यक्रम का आयोजन संसद के गोलाकार सेंट्रल हॉल में किया जा रहा है. इससे पहले इस हॉल में 1997 में आजादी के 50 साल पूरे होने का कार्यक्रम मनाया गया था.
इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी आमंत्रित किया गया है. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ मंच पर शिरकत करेंगे.
आर्थिक जानकारों का मानना है कि जीएसटी के लागू होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और सकल घरेलू उत्पाद में दो फीसदी तक बढ़ोतरी होने की सम्भावना है. आज के युग में कारोबार जिस तरीके और स्तर पर हो रहा है उसमें आगे बढ़ने के लिए भारत को ऐसे ही एक आधुनिक कानून की आवश्यकता है.