हमीरपुर. अगर आपके बच्चे ज्यादा टॉफियां खाते है तो जरा संभल कर. क्योंकि आजकल बाजार में ऐसी टॉफियां बेची जा रही हैं जो आपके बच्चे को नशे का आदि बना सकती है. कुछ ऐसा ही हमीरपुर शहर में आयुर्वेदिक टॉफी के नाम पर बच्चों को नशे का आदी बनाया जा रहा है.
कोड वर्ड से मिलती है टॉफी
टॉफी के शौकीन बने बच्चे इसे काल्पनिक नाम से मांगते हैं. टॉफी को एक अलग ही नाम दिया गया है. यह नाम इसका कोड वर्ड है. कोर्ड वर्ड बताकर संबंधित दुकानदार से टॉफी की डिमांड की जाती है. ऐसा सनसनीखेज मामला हमीरपुर शहर में सामने आया है.
मामला सामने आने के बाद पुलिस ड्रग इंस्पेक्टर व आयुर्वेदिक अधिकारी ने संबंधित दुकान पर दबिश दी है. दुकान से टॉफी के चार सैंपल भरे गए. इस सैंपल को निरीक्षण के लिए लैब भेजा जाएगा. इस तरह का वाक्या सामने आने के बाद अभिभावक चिंता में पड़ गए हैं. कहीं आयुर्वेदिक टॉफी के नाम पर बच्चों को नशा तो नहीं बेचा जा रहा ये स्थिति सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी.
बिगड़ी तबियत
जानकारी के अनुसार हमीरपुर के निजी स्कूल में पढ़ रहे एक बच्चे की तबियत शुक्रवार दोपहर को इस टॉफी के खाने के बाद अचानक खराब हो गई. स्कूल में तबियत बिगड़ने की सूचना बच्चे के अभिभावक को दी गई. सूचना मिलते ही छात्र के पिता स्कूल में पहुंच गए.
इस दौरान बच्चे की तबियत खराब थी. कुछ देर बार बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार आया. पिता के बच्चे से पूछे जाने पर बच्चे ने टॉफी खाने की बात कही. जब संबंधित दुकान पर जाकर टॉफी को चेक किया गया तो इसमें नशीला पदार्थ मिला होने का आभास हुआ. जिसकी पुष्टि करने के लिए पुलिस विभाग ड्रग इंस्पेक्टर व जिला आयुर्वेदिक अधिकारी को सूचित किया गया.
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि मामले की शिकायत मिलने पर पूरी पड़ताल दुकान से टॉफी के चार सैंपल आयुर्वेदिक विभाग द्वारा लिए गए हैं. इन्हें निरीक्षण के लिए अब लैब में भेजा जाएगा. निरीक्षण की रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि असल में यह टॉफी नशीली है या नहीं.