शिमला. प्रदेश में एक वर्ष में करीब 20 फार्मा उद्योगों की दवाओं के बार- बार सैंपल फेल होने का कड़ा संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि यदि बार बार सैंपल फेल होते हैं तो फार्मा उद्योगों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य व दवाओं की गुणवता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
गुणवत्ता से नहीं होगा कोई समझौता– शांडिल
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे उद्योग भी हैं, जिनकी दवाओं के पांच से छह बार सैंपल फेल हो चुके हैं और कार्रवाई के नाम पर उन्हें नोटिस जारी किया गया है. राज्य ड्रग विभाग को अब सख्ती से काम करना होना होगा. उन्होंने कहा कि दवाओं के सैंपल फेल होने से प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है, जिस पर प्रदेश सरकार कड़ा संज्ञान लेगी. उन्होंने सोलन में बुधवार को आयोजित हो रहे रोजगार मेले पर चर्चा करते हुए कहा कि इस मेले में कुल 2343 पदों के लिए साक्षात्कार होंगे. इसलिए प्रदेश के शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार का यह बेहतर अवसर है. इस रोजगार मेले में करीब 60 उद्योग भाग लेंगे. इसलिए युवा अधिक से अधिक संख्या में इस रोजगार मेले में अपने दस्तावेजों के साथ पहुंचे.
कौशल विकास दे रहे
सोलन में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि श्रम एवं रोजगार विभाग द्वारा प्रदेश के युवाओं के कौशल विकास हेतु वर्ष 2013 से कौशल विकास भत्ता योजना चलाई जा रही है. इस योजना के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं को प्रतिमाह 1000 रुपए सामान्य वर्ग तथा 1500 रुपए विशेष रुप से सक्षम वर्ग हेतु प्रदान किए जाते हैं. वहीं, विभाग द्वारा औद्योगिक कौशल विकास भत्ता योजना क्रियान्वित की जा रही है.