शिमला. धमाकेदार जीत और बहुमत के साथ सत्ता में आई भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष में कौन खड़ा होगा, इसको लेकर कांग्रेस में मंथन का दौर शुरू हो गया है. पार्टी के सामने अभी दो ही ऐसे चेहरे हैं जिन्हें विपक्ष का नेता बनाया जा सकता है. इनमें पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है. वीरभद्र सिंह के पक्ष में 17 विधायक खड़े हैं जिन्होंने आलाकमान को लिखित में पत्र भेजकर पूर्व सीएम को विपक्ष का नेता चुनने की हामी भरी है.
वीरभद्र ही कांग्रेस में एकमात्र नेता ऐसे हैं जिनका अनुभव बाकी नेताओं से ज्यादा है. लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर क्या पार्टी उन्हें यह जिम्मेदारी देगी, यह देखना रोचक होगा. जयराम एक युवा मुख्यमंत्री है. ऐसे में किसी युवा नेता को ही विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी दी जा सकती है.
सुक्खू के नाम की भी चर्चा
वीरभद्र के बाद वर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी विपक्ष के नेता की दौड़ में आगे हैं. सुक्खू के पक्ष में एक बात यह है कि पहली बार कांग्रेस भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब रही है तो उसमें सुक्खू का बड़ा योगदान है. सुक्खू समेत तीन कांग्रेसी विधायकों ने हमीरपुर में पांच में से तीन सीटें जीतकर भाजपा को पटखनी दी है.