शिमला: हिमाचल प्रदेश के किसानों और बागबानों के लिए राहत भरी खबर है. इफको ने हिमाचल प्रदेश में इफको किसान ड्रोन के माध्यम से कृषि ड्रोन के क्षेत्र में प्रवेश कर लिया है. इसी कड़ी के तहत इफको नैनो उर्वरकों के छिडकाव के लिए 2500 कृषि ड्रोन खरीदेगा.
प्रदेश में कृषि ड्रोन से क्रांति लाएगा इफको
ड्रोन के इस्तेमाल के लिए 5000 ग्रामीण उद्यमियों को तैयार किया जाएगा. ड्रोन के परिवहन के लिए 2500 इलेक्ट्रिक थ्री व्हीकल की खरीद होगी. अगर बात हिमाचल की करें तो सात जिलों में नौ ड्रोन प्रदान किए जाएंगे. इससे किसानों और बागबानों को यह सुविधा मिलेगी, जिसमें दो ऊना, एक मंडी, एक कुल्लू, एक सोलन, एक सिरमौर, एक शिमला और दो कांगड़ा के लिए चिह्नित किए हैं.
ड्रोन का उपयोग खासकर बागीचों में दवाओं, खाद और कीटनाशकों का छिडकाव करने के लिए किया जाएगा. प्रदेश के जिलों को इफको की ओर से दिए जाने वाले इन ड्रोन का संचालन समितियां करेंगी, जो इफको में पंजीकृत हैं. इन समितियों को ड्रोन 50,000 रुपए रिफंड शर्त के साथ उपलब्ध करवाया जाएगा.
पांच साल के भीतर जो समिति शर्तों को पूरा करते हुए अपना लक्ष्य तय करेंगी. उसे यह सिक्योरिटी राशि वापस कर दी जाएगी. ड्रोन की सहायता से 15 मिनट में पांच बीघा भूमि पर दवाओं और खाद का छिडकाव किया जा सकेगा. इस काम को पंप से करने में 10 से 12 घंटे का समय लग जाता है. इससे समय की बचत के साथ खर्चा भी कम होगा. इनका संचालन संबंधित जिला की समितियां करेंगी. समितियों को निर्देश दिए जाएंगे की बेरोजगार युवाओं को इसमें रोजगार सुनिश्चित करें.
सात जिलों में 9 ड्रोन
इफको के क्षेत्रीय अधिकारी रोहित गलोटिया ने बताया कि इफको ने नैनो उर्वरकों के छिडकाव के लिए 2500 कृषि ड्रोन खरीदेगा. ड्रोन के इस्तेमाल के लिए 5000 ग्रामीण उद्यमियों को तैयार किया जाएगा. ड्रोन के परिवहन के लिए 2500 इलेक्ट्रिक थ्री व्हीकल की खरीद होगी. प्रदेश में सात जिलों में नौ ड्रोन की सुविधा मिलेगी.