शिमला. मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सस्ती दवाईयों की दुकान का आइजीएमसी ( इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज) परिसर में लोकार्पण किया. इससे प्रदेश के रोगियों को 70 से 90 प्रतिशत की छूट में दवाईयां उपलब्ध होंगी. इस कदम से मंहगी दवाइयों को खरीद पाने में असमर्थ लोगों को कैंसर, हृदय रोग व अन्य बीमारियों के उपचार में मदद मिलेगी. इससे रोगियों को एक ही छत के नीचे सभी दवाईयां खरीदने की सुविधा उपलब्ध होगी और उन्हें अन्य दुकानों पर दवा खरीदने के लिए नहीं जाना पड़ेगा.
मुख्यमंत्री ने आइजीएमसी परिसर में सुपर स्पेशलिटी खण्ड की आधारशिला रखी. यह आईजीएमसी का दूसरा परिसर होगा, जिसे 20 हेक्टेयर भूमि पर चम्याना में लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा. इसके निर्माण के लिए भारत सरकार 80 प्रतिशत की राशि देगी.
उन्होंने आइजीएमसी में देखभाल के लिए बनाये जा रहे कैंसर केन्द्र की भी आधारशिला रखी. जिससे कैंसर पीड़ितों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होगी.
आइजीएमसी के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में प्रति वर्ष लगभग 5,000 नए कैंसर मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत आईजीएमसी में पंजीकृत होते हैं. लगभग 100 रोगियों की प्रतिदिन रेडियोथैरेपी होती है. इसके अतिरिक्त, 50 रोगी प्रतिदिन कीमोथैरेपी लेते हैं.
यहां पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर मौजूद रहे.