नई दिल्ली. इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस(आईसीजे) में भारत के दलवीर भंडारी के चुने जाने के बाद ब्रिटेन ने कहा कि वह करीबी दोस्त के जीतने से खुश हैं. वहीं भारत ने इस जीत को ऐतिहासिक बताया है.
चुनाव के लिए न्यूयॉर्क स्थित संगठन के मुख्यालय में अलग से मतदान करवाया गया था. जिससे पहले ही ब्रिटेन ने अपने प्रत्याशी का नाम वापस ले लिया था. ब्रिटेन के द्वारा अपने प्रत्याशी के नाम वापस लेने के वजह से ही भंडारी की जीत संभव हो सकी.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भंडारी को 193 में से 183 वोट मिले जबकि सुरक्षा परिषद् में सभी 15 मत भारत के पक्ष में गये. इस जीत के बाद भारत सरकार ने इसे ऐतिहासिक बताया है. यूएन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल रही है, जो अपने आप में ऐतिहासिक है.