नई दिल्ली. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) द्वारा हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर शेयर किया गया एक ग्राफिक विवाद का कारण बन गया है। 13 जून को IDF ने एक world map infographic पोस्ट किया जिसमें Iranian missiles range को दर्शाया गया था। लेकिन इस ग्राफिक में India map boundaries को गलत तरीके से दिखाया गया, जिसने भारतीय यूजर्स और एक्सपर्ट्स को नाराज़ कर दिया।
इस गलत नक्शे में Jammu-Kashmir को Pakistan का हिस्सा और Arunachal Pradesh को China का हिस्सा दिखाया गया था। साथ ही पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों को Nepal से जोड़कर पेश किया गया। इससे भारत की territorial integrity और sovereignty पर गंभीर सवाल उठे।
Indian Users का गुस्सा Social Media पर फूटा
IDF की इस पोस्ट पर भारतीय यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। कई लोगों ने ट्वीट कर लिखा कि इजरायल को भारत के नक्शे के साथ इतनी बड़ी गलती नहीं करनी चाहिए। एक यूजर ने लिखा, “कृपया भारत की सीमाएं सही करें। यह केवल एक ग्राफिक नहीं, भारत की संप्रभुता का मामला है।” कई यूजर्स ने सही मैप के साथ IDF को टैग कर ग्राफिक को हटाने की मांग की।
IDF और इजरायली राजदूत ने दी सफाई
विवाद बढ़ता देख IDF ने उसी दिन दोपहर में एक स्पष्टीकरण जारी किया। उन्होंने कहा, “यह पोस्ट केवल एक प्रतिनिधित्व मात्र है और इसमें सीमाओं को सटीक रूप से नहीं दर्शाया गया है। यदि इससे किसी की भावनाएं आहत हुई हों, तो हम क्षमा प्रार्थी हैं।”
भारत में इजरायल के राजदूत ने भी जवाब देते हुए कहा, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और अनजाने में हुई ग्राफिकल त्रुटि है। इसे हटाने और सही करने के निर्देश दे दिए गए हैं।” हालांकि, कई भारतीय यूजर्स ने मांग की कि माफ़ी से अधिक ज़रूरी है कि एक correct map infographic के साथ नया पोस्ट किया जाए।
यह पहली बार नहीं
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब इजरायल की ओर से भारत का गलत नक्शा दिखाया गया है। पिछले साल भी इजरायल की एक वेबसाइट पर इसी तरह का गलत मैप देखा गया था जिसमें Jammu & Kashmir को अलग करके दिखाया गया था। तब भी भारी विरोध के बाद उस मैप को वेबसाइट से हटा दिया गया था और editorial mistake बताकर सफाई दी गई थी।
India-Israel Relations पर असर?
भारत और इजरायल के बीच defense cooperation, technology partnerships और intelligence sharing जैसे क्षेत्रों में गहरे संबंध हैं। 1992 से जब दोनों देशों के बीच full diplomatic relations स्थापित हुए, तब से ये साझेदारी और मजबूत हुई है। हालांकि, बार-बार भारत के नक्शे को गलत तरीके से दिखाया जाना, इस संबंध की संवेदनशीलता को चुनौती देता है।