नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वर्ष 2025 भारत के इतिहास में सुधारों के एक निर्णायक और परिवर्तनकारी साल के रूप में याद किया जाएगा। सोशल मीडिया पर साझा अपने लेख में पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज ‘रिफॉर्म एक्सप्रेस’ पर सवार होकर वैश्विक मंच पर केंद्र में आ चुका है और पूरी दुनिया भारत को उम्मीद, भरोसे और विश्वास की नजर से देख रही है।
प्रधानमंत्री ने लिखा कि देश में लागू किए गए नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स की वजह से विकास की रफ्तार तेज हुई है, जिसकी सराहना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हो रही है। उन्होंने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी जनसांख्यिकी है, जहां युवा आबादी, नवाचार की सोच और देशवासियों का अदम्य जज्बा सुधारों की इस यात्रा को आगे बढ़ा रहा है।
कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक और दूरगामी फैसले लिए हैं
पीएम मोदी ने बताया कि 2025 के दौरान सरकार ने कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक और दूरगामी फैसले लिए हैं। संस्थानों के आधुनिकीकरण, प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण और प्रशासन को सरल बनाने से न केवल गवर्नेंस में पारदर्शिता बढ़ी है, बल्कि आम नागरिकों और निवेशकों दोनों का भरोसा मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों का उद्देश्य केवल वर्तमान विकास नहीं, बल्कि आने वाले दशकों के लिए मजबूत और टिकाऊ आधार तैयार करना है।
आत्मनिर्भरता और बाजार सुधारों का विशेष रूप से उल्लेख किया
प्रधानमंत्री ने श्रम कानूनों में सुधार, व्यापार समझौतों का विस्तार, लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और बाजार सुधारों का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत की विकास कहानी अब स्थिरता, विश्वसनीयता और दीर्घकालिक आत्मविश्वास पर आधारित है, जो वैश्विक निवेश और साझेदारी को भी आकर्षित कर रही है।
पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि ये सभी सुधार 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार, उद्योग, युवा और नागरिकों की सामूहिक भागीदारी से भारत आने वाले वर्षों में दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में अपनी मजबूत पहचान बनाएगा।
