नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 8-दिवसीय 5 देशों की विदेशी यात्रा के बाद 9 जुलाई को स्वदेश लौट आए। इस महत्वपूर्ण राजनयिक दौरे में उन्होंने Ghana, Trinidad and Tobago, Argentina, Brazil और Namibia का दौरा किया। दौरे का मुख्य आकर्षण था 17वां BRICS Summit 2025, जो ब्राज़ील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित हुआ।
लेकिन यह यात्रा केवल एक प्रतीकात्मक कूटनीतिक उपस्थिति नहीं थी। इसने Fintech Partnerships, Critical Minerals, UPI Expansion, Defence Collaboration, Digital Infrastructure और Diaspora Engagement जैसे क्षेत्रों में ठोस परिणाम दिए।
Global South की ओर भारत की मज़बूत रणनीति
भारत ने इस टूर के ज़रिए खुद को एक Trusted Development Partner के रूप में पेश किया, जो low-cost, scalable और inclusive solutions देता है—जो कि Chinese model से बिल्कुल अलग हैं। सभी पाँच देश Global South के प्रमुख सदस्य हैं और भारत ने इस मौके का फायदा उठाकर अपनी सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी को नया आयाम दिया। Ghana के साथ द्विपक्षीय रिश्ते Comprehensive Partnership स्तर पर पहुंचे। Namibia दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया जिसने UPI को आधिकारिक रूप से लाइसेंस किया—यह भारत की Digital Public Infrastructure को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की दिशा में बड़ी छलांग है।
मोदी को मिले 5 नए International सम्मान
इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी को चार देशों के Highest Civilian Awards और अर्जेंटीना की राजधानी से Symbolic City Honour प्राप्त हुआ घाना: ऑर्डर ऑफ द वोल्टा का सितारा, त्रिनिदाद और टोबैगो: ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद और टोबैगो ब्राजील: ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस का ग्रैंड कॉलर नामीबिया: ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस अर्जेंटीना: ब्यूनस आयर्स शहर की कुंजी अब तक पीएम मोदी को 27 अंतरराष्ट्रीय नागरिक सम्मान मिल चुके हैं—जो कि किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री के लिए रिकॉर्ड है।
यूपीआई इंटरनेशनल: भारत की फिनटेक क्रांति वैश्विक हो रही है
भारत का Unified Payments Interface (UPI) अब वैश्विक होता जा रहा है। Namibia के साथ हुई UPI Licensing Agreement ने इसे आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय बनाने की राह खोल दी है। इसके अलावा Ghana, Trinidad और Argentina में भी इस पर चर्चा हुई। भारत अब अपने Digital Public Infrastructure (DPI) मॉडल को दूसरे देशों के साथ साझा कर रहा है—जो real-time payment और financial inclusion को एक नई दिशा दे रहा है।
BRICS Summit 2025: भारत ने रखा अपना दमदार पक्ष
ब्राज़ील में हुए 17वें BRICS शिखर सम्मेलन में भारत ने कई रणनीतिक मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की:
Global Governance Reforms
Responsible AI
Food & Energy Security
Anti-Terror Cooperation
PM Modi ने Pahalgam Terror Attack की निंदा को साझा घोषणा पत्र में शामिल करवाया—जो कि भारत की कूटनीतिक जीत रही।
देशवार उपलब्धियां: Highlights at a Glance
Ghana (2-3 July)
30 साल बाद भारतीय पीएम का दौरा,Fintech, आयुर्वेद, Standardization में समझौते, Bilateral trade को ₹25,000 करोड़ तक बढ़ाने का लक्ष्य
Trinidad & Tobago (3-4 July)
1999 के बाद पहली शीर्षस्तरीय यात्रा 6वीं पीढ़ी तक OCI कार्ड पात्रता बढ़ाई गई. 2000 लैपटॉप का दान और Cultural MoUs पर सहमति
Argentina (4-5 July)
57 वर्षों बाद भारतीय प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक यात्रा Critical Minerals, Vaccine Cooperation पर समझौते Buenos Aires की symbolic ‘City Key’ से सम्मानित
Brazil (5-7 July)
BRICS Summit 2025 की मेज़बानी Defence, Renewable Energy और IP Cooperation के समझौते
पहलगाम हमले का ज़िक्र संयुक्त घोषणा में शामिल
Namibia (8-9 July)
पीएम मोदी ने Namibian Parliament को संबोधित किया UPI लाइसेंसिंग के साथ डिजिटल इतिहास रचा और Health, Entrepreneurship, Biofuel Alliance में नई पहल।
भारतीय प्रवासी संपर्क और सांस्कृतिक डिप्लोमेसी
Trinidad में भारतीय प्रवासियों की 180वीं वर्षगांठ मनाई गई। पीएम मोदी ने भारतीय मूल के समुदाय को “Living Bridge” कहा। भारत ने क्षेत्रीय धार्मिक और सांस्कृतिक नेताओं को ट्रेनिंग व सहयोग देने का संकल्प लिया। PM Modi ने इस टूर में 3 देशों की संसद को संबोधित किया—जिससे उनके विदेशी संसदीय भाषणों की संख्या 17 हो गई, जो अब तक के किसी भी प्रधानमंत्री से अधिक है।
भारत की विदेश नीति में नई दिशा: What’s Next?
भारत अब एक Reliable Global Partner के रूप में उभर रहा है, खासकर उन देशों के लिए जो Chinese Debt Trap से बचना चाहते हैं। भारत ने अपने low-interest solutions, digital expertise और cultural diplomacy के ज़रिए एक नई पहचान बनाई है।