नई दिल्ली. भारत ने अमेरिकी गल्फ कोस्ट से एलपीजी (LPG) आयात करने के लिए एक साल का बड़ा करार किया है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेडने यह समझौता किया है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी।
2.2 मिलियन टन LPG का होगा आयात
मंत्री पुरी ने बताया कि भारतीय कंपनियां अमेरिका से करीब 2.2 मिलियन टन प्रति वर्ष LPG आयात करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार एलपीजी की आपूर्ति को सुरक्षित और किफायती बनाए रखने के लिए इसके स्रोतों में लगातार विविधता ला रही है। हाल के महीनों में IOC, BPCL और HPCL के अधिकारियों की टीम ने अमेरिका दौरा किया था और वहां के बड़े उत्पादकों के साथ विस्तृत बातचीत की थी।
PM मोदी के नेतृत्व में सस्ती LPG उपलब्ध: पुरी
मंत्री पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में सबसे सस्ती LPG उपलब्ध कराने वाले देशों में शामिल है।
उन्होंने बताया कि पिछले साल जहाँ वैश्विक LPG कीमतों में 60% से अधिक की बढ़ोतरी हुई थी, वहीं प्रधानमंत्री मोदी यह सुनिश्चित करते रहे कि उज्ज्वला उपभोक्ताओं को 500–550 रुपये में ही सिलेंडर मिलता रहे। वास्तव में सिलेंडर की लागत 1,100 रुपये से अधिक थी, पर सरकार ने इसका आर्थिक बोझ खुद उठाया।
40,000 करोड़ रुपये सब्सिडी में खर्च
मंत्री ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय LPG कीमतों में बढ़ोतरी का प्रभाव गरीब और मध्यमवर्गीय महिलाओं पर न पड़े, इसके लिए सरकार ने पिछले साल 40,000 करोड़ रुपये से अधिक सब्सिडी पर खर्च किए।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि देश की हर महिला को किफायती दर पर LPG सिलेंडर मिलता रहे और उसके जीवन में सुविधा व सुरक्षा बनी रहे।
