नई दिल्ली. 29 जुलाई 2025 को संसद में Operation Sindoor को लेकर हो रही चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने Lok Sabha में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत की निर्णायक जवाबी कार्रवाई के बाद Pakistan ने हार मान ली और Ceasefire की पेशकश की।
भारत की सटीक कार्रवाई ने बदली जंग की दिशा
राजनाथ सिंह ने बताया कि Pahalgam terror attack के बाद भारतीय वायुसेना और थलसेना ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इन हमलों में 100 से ज्यादा आतंकवादी, उनके trainers और handlers मारे गए, जिनमें अधिकतर Jaish-e-Mohammed, Lashkar-e-Taiba और Hizbul Mujahideen जैसे संगठनों से जुड़े थे। उन्होंने कहा कि हमारी यह कार्रवाई पूर्ण रूप से आत्मरक्षा में थी—ना तो उकसाने वाली थी, ना विस्तारवादी।
पाकिस्तान ने कब झुकाया सिर?
रक्षा मंत्री ने बताया कि 10 मई को जब Indian Air Force ने पाकिस्तान के कई सैन्य एयरबेस पर निशाना साधा, तो Islamabad ने हार स्वीकार की और ceasefire की मांग की। हालांकि भारत ने यह स्पष्ट किया कि यह सिर्फ ऑपरेशन का स्थगन है, और यदि भविष्य में कोई दुस्साहस हुआ तो Operation Sindoor फिर शुरू होगा।
क्यों रोका गया Operation Sindoor?
राजनाथ सिंह ने विपक्ष के उस आरोप को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण भारत ने कार्रवाई रोकी। उन्होंने कहा कि:
“Operation सिर्फ इसलिए रोका गया क्योंकि हमारे राजनीतिक और सैन्य लक्ष्य पहले ही पूरे हो चुके थे। किसी भी तरह का international pressure नहीं था।”
भारत की रक्षा प्रणाली की ताकत
राजनाथ सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन में भारत की S-400 missile system, Akash missile और air defense guns ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि हमारी रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के drone और missile attacks को पूरी तरह neutralize किया।
शांति की पहल और कड़ा संदेश
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने हमेशा शांति की वकालत की है, लेकिन अब “बातचीत और आतंकवाद साथ नहीं चल सकते”। उन्होंने 2016 की Surgical Strike, 2019 की Balakot Air Strike और अब 2025 के Operation Sindoor को भारत की नीति में बदलाव की मिसाल बताया।
शहीदों को दी श्रद्धांजलि
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों को नमन करते हुए कहा कि मैं देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले brave soldiers को श्रद्धांजलि देता हूं।