नई दिल्ली: चीन ने कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 से संक्रमित सात लोगों का पता लगाया है. देश के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और रोकथाम प्रशासन का कहना है कि फिलहाल देश में इसका खतरा कम है. हालांकि, साथ ही अधिकारियों ने इस बात से भी इनकार नहीं किया है कि आगे यह खतरनाक नहीं हो सकता है.
यूके, आइसलैंड, फ्रांस और अमेरिका में फैलने से पहले JN.1 वैरिएंट की पहचान सबसे पहले लक्जमबर्ग में की गई थी. आइए जानते हैं कि क्या है कोविड-19 का नया वैरिएंट, इससे खतरा आदि.
केरल में इस नए वैरिएंट की पुष्टि भारतीय सार्स-सीओवी 2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम ने की थी. नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कोविड टास्क फोर्स के वाइस प्रेसिडेंट डॉ राजीव जयदेवन ने बताया था कि ‘जेएन.1 भारत में, विशेष रूप से केरल में हाल ही में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि का एक प्रमुख कारक हो सकता है.’ भारत में पहली बार 13 दिसंबर को इसके बारे में पता चला था.
इसके लक्षण?
सीडीसी के अनुसार, वर्तमान में यह पता नहीं चला है कि कोविड-19 के अन्य वैरिएंट से अलग इसके लक्षण है. फिलहाल लक्षण समान ही माने जा रहे हैं.
- बुखार
- लगातार खांसना
- जल्दी थकान होना
- नाक बंद या जाम हो जाना
- नाक का बहना
- दस्त
- सिर में दर्द
भारत में भी बढ़े कोरोना के मामले
भारत में भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि अभी चिंता जैसी कोई बात नहीं है. शुक्रवार को देश में कोरोना के 312 नए मामले सामने आए, इनमें से 280 सिर्फ केरल के हैं. साथ ही जो मरीज संक्रमित मिले हैं, उनमें लक्षण भी बहुत ज्यादा गंभीर नहीं हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार, बीते 24 घंटे में देशभर में 17605 कोरोना टेस्ट किए गए थे.