नई दिल्ली. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) बुधवार को एक अहम अंतरिक्ष मिशन के तहत कम्युनिकेशन सैटेलाइट BlueBird Block-2 को लॉन्च करने जा रहा है। यह सैटेलाइट अमेरिका की कंपनी AST SpaceMobile का है और इसे LVM3-M6 रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
यह सैटेलाइट Low Earth Orbit (LEO) में पहुंचने वाला अब तक का सबसे बड़ा कमर्शियल कम्युनिकेशन सैटेलाइट होगा, जो सीधे आम मोबाइल फोन को सैटेलाइट नेटवर्क से जोड़ने में सक्षम है।
क्या है BlueBird Block-2 सैटेलाइट की खासियत?
BlueBird Block-2, AST SpaceMobile की नेक्स्ट जेनरेशन सैटेलाइट सीरीज़ का हिस्सा है। इसका मुख्य उद्देश्य स्पेस-बेस्ड सेल्युलर ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है।
यह सैटेलाइट बिना किसी खास डिवाइस या एंटीना के
सीधे सामान्य स्मार्टफोन को नेटवर्क से जोड़ सकेगा
खासतौर पर दूरदराज, ग्रामीण और नेटवर्क-विहीन इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा
इस तकनीक से भविष्य में मोबाइल टावरों पर निर्भरता कम होने की उम्मीद है।
LVM3 रॉकेट क्यों है खास?
ISRO द्वारा विकसित Launch Vehicle Mark-3 (LVM3) एक शक्तिशाली तीन-चरणीय रॉकेट है। इसे भारत का हेवी-लिफ्ट लॉन्च व्हीकल माना जाता है।
LVM3 पहले भी कई बड़े मिशनों में सफलता हासिल कर चुका है, जिनमें शामिल हैं:
चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 मिशन
OneWeb के दो मिशन, जिनमें कुल 72 सैटेलाइट लॉन्च किए गए
हाल ही में पूरा किया गया M5-CMS-03 मिशन
LVM3 की विश्वसनीयता के चलते अब अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल मिशनों में भी इसकी मांग बढ़ रही है।
भारत की बढ़ती भूमिका अंतरिक्ष क्षेत्र में
इस लॉन्च के साथ ही ISRO एक बार फिर यह साबित करेगा कि भारत अब केवल वैज्ञानिक मिशनों तक सीमित नहीं है, बल्कि ग्लोबल कमर्शियल स्पेस मार्केट में भी मजबूत खिलाड़ी बन चुका है।
BlueBird Block-2 जैसे मिशन भारत को
कमर्शियल सैटेलाइट लॉन्च हब
और स्पेस टेक्नोलॉजी पार्टनर के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
