शिमला (कसुम्पटी): चुनावी आचार संहिता से ठीक पहले कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में एक बड़ा उलट फेर हुआ है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की साली और जुन्गा राज घराने की बहू ज्योति के कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने से इस क्षेत्र के समीकरण अब उलटे हो गये हैं।
ज्योति सेन के भाजपा में शामिल होने से राजनैतिक गलियारों में चर्चा गर्म है कि भाजपा का टिकट अब जुन्गा राजघराने जाने वाला है। पिछले विधानसभा चुनावों में ज्योति सेन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ी थी और 6466 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रही थी।
भाजपा के अंदर वालों को तगड़ा झटका
हालांकि पिछली बार ज्योति सेन को प्रतिभा सिंह (वीरभद्र सिंह की पत्नी) का परोक्ष समर्थन था। राज घराने की पृष्ठभूमि के साथ-साथ उन्हें इसका भी परोक्ष लाभ मिला था। ज्योति सेन के भाजपा में शामिल होने से इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा में टिकट की दावेदारी रखने वाले प्रेम ठाकुर को करारा झटका लगा है। प्रेम ठाकुर पिछली बार भाजपा के टिकट पर इस क्षेत्र से चुनाव लड़े थे और 7043 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे। ज्योति सेन के टिकट की दावेदारी से दूसरा बड़ा झटका भाजपा की पुरानी कार्यकर्ता रूपा शर्मा और भाजपा में शामिल हुए, क्योंथल राजघराने से सम्बन्धित पृथ्वी विक्रम सेन के लगा है।
मालूम हो कि कसुम्पटी क्षेत्र में कांग्रेस की तरफ से वर्तमान विधायक अनिरुद्ध सिंह को ही प्रबल उम्मीदवार माना जा रहा है। इस विधानसभा क्षेत्र में मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए माकपा ने पहले ही ताल ठोक दी है और डॉ. कुलदीप सिंह तंवर के नाम की घोषणा कर चुकी है।