नई दिल्ली. नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। देश के विभिन्न हिस्सों में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहे। सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने उनके कार्यालय में प्रवेश कर सरकार विरोधी नारे लगाए, जिसके कुछ ही समय बाद ओली ने पद छोड़ दिया। नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। उल्लेखनीय है कि ओली सरकार के चार मंत्री पहले ही छात्रों के उग्र विरोध के चलते जनता के दबाव में इस्तीफा दे चुके थे।
दुबई भाग सकते हैं पीएम ओली
सूत्रों के अनुसार, ओली दुबई के लिए रवाना हो सकते हैं क्योंकि उनके लिए एक निजी जेट तैयार रखा गया है। कई मंत्रियों के इस्तीफा देने और विरोध प्रदर्शन के उग्र रूप लेने के बीच प्रधानमंत्री ने अपने उप प्रधानमंत्री को कार्यवाहक जिम्मेदारी सौंप दी है। इससे पहले, ओली ने देशभर में बढ़ते विरोध को देखते हुए शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा, “मैं स्थिति का आकलन करने और समाधान खोजने के लिए संबंधित पक्षों से संवाद कर रहा हूं। इस कठिन समय में सभी भाइयों और बहनों से शांत रहने का आग्रह करता हूं।”
आगे क्या होगा?
जानकारी के अनुसार, इस्तीफा देने के बाद पीएम ओली ने देश की कमान उप प्रधानमंत्री को सौंप दी है। वहीं, प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि देश में एक अंतरिम सरकार बनाई जाए। इसके अलावा संसद भंग कर नए चुनाव कराने की भी मांग उठ रही है।
नेपाल सरकार के कई मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी और जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव भी शामिल हैं। इसके अलावा नेपाल कांग्रेस के गुट के कई मंत्री भी इस्तीफा दे रहे हैं। सोमवार को गृह मंत्री रमेश लेखक ने भी हिंसक प्रदर्शनों की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया।
प्रदर्शनकारियों ने पार्टी कार्यालय और पीएम के निजी आवास में लगाई आग
इस्तीफा देने से कुछ घंटे पहले प्रदर्शनकारियों ने नेपाल के नेता का निजी आवास बलकोट में आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को हुई मौतों के लिए जवाबदेही की मांग की। उन्होंने कई राजनीतिक नेताओं के घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी नेता पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ के घर पर भी हमला किया गया। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष देउबा के घर को भी निशाना बनाया गया। गृह मंत्री के घर और संचार मंत्री के घर में भी आग लगाई गई।
सोशल मीडिया बैन के खिलाफ प्रदर्शन
सोशल मीडिया साइट्स पर प्रतिबंध के खिलाफ सोमवार को उग्र प्रदर्शन हुए, जिसमें कम से कम 19 लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पूरे देश में “केपी चोर, देश छोड़ो” और “भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करो” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शन के बाद सरकार ने रात में सोशल मीडिया पर लगा प्रतिबंध वापस ले लिया।