शिमला. पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने प्रेम कुमार धूमल की हार पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इसके लिए आरएसएस को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि यह आरएसएस का बड़ा जबरदस्त कार्यक्रम था. जिसके तहत नॉन आरएसएस के नेताओं को हराना एक मात्र मकसद था. उन्होंने प्रेम कुमार धूमल के अलावा भाजपा अध्यक्ष सत्ती का उदाहरण भी दिया.
अपनी हार का ठीकरा भी आरएसएस के मत्थे फोड़ा
ठाकुर कौल सिंह ने कहा कि उन्हें हराने के पीछे भी आरएसएस का ही हाथ है. जिन्होंने ईवीएम में गड़बड़ी कर उन्हें हराया अन्यथा भाजपा के द्रंग के नेताओं को पहले ही कैसे पता था कि कौल सिंह कितने वोट से हारेंगे. यह सब साजिशन किया गया था.
बागियों को बताया दूसरा कारण
कौल सिंह ने अपनी व कांग्रेस दिगजों की हार के पीछे दूसरा कारण कांग्रेस के ही बागियों को खड़ा करवाना बताया. उन्होंने कहा कि उनके साथ ही प्रदेश के कई नेताओं के खिलाफ साजिशन कांग्रेस के ही दूसरे नेताओं को जानबूझ कर चुनाव लड़ाया ताकि हमें हराया जा सके. यदि ऐसा न किया जाता तो कांग्रेस सौ फीसदी मिशन रिपीट कर सरकार बनाती. लेकिन यह अपने ही लोगों को मंजूर न हुआ.
तीसरा कारण पैसों की कमी
तीसरा कारण पार्टी द्वारा चुनाव लड़ने के लिए फंड न उपलब्ध करवाना रहा. कांग्रेस आलाकमान द्वारा कांग्रेस प्रत्याशियों को पैसा ही नहीं दिया गया जबकि भाजपा ने पैसा पानी की तरह बहाया. उन्होंने कहा कि यदि वह जीतते तो यह उनका आखिरी चुनाव होता अब भविष्य की राजनीति का फैसला द्रंग की जनता और पार्टी तय करेगी. वह पार्टी की सेवा करते रहेंगे.
यही शब्द कौल सिंह ठाकुर ने अपनी फीडबैक में पार्टी प्रभारी सुशील कुमार शिंदे और सहप्रभारी रंजीता रंजन के समक्ष भी कहे.