नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस मुद्दे पर वह सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ चर्चा करेंगे और तभी आगे कोई निर्णय लिया जाएगा।खड़गे ने कहा कि कर्नाटक सरकार के प्रदर्शन का आकलन वहीं के लोग कर सकते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी नेतृत्व इस विवाद को सुलझाएगा और आवश्यकता पड़ने पर मध्यस्थता की जाएगी।
उन्होंने दोहराया कि मुख्यमंत्री पद से जुड़े किसी भी फैसले का अधिकार सिर्फ पार्टी हाईकमान के पास है।
कर्नाटक सरकार में जारी अंदरूनी खींचतान
कर्नाटक में कुछ हफ्तों से सरकार के भीतर पावर शेयरिंग मॉडल को लेकर हलचल तेज हो गई है। यह चर्चा तब और बढ़ गई जब कांग्रेस सरकार ने हाल ही में अपने कार्यकाल के ढाई साल पूरे किए, और 2023 में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बीच हुए कथित समझौते की खबरें फिर सामने आईं। सिद्धारमैया ने हाल ही में कहा था कि पार्टी नेतृत्व जो भी फैसला करेगा, वह सभी पर लागू होगा।
“सीक्रेट डील” का दावा
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने अपने निर्वाचन क्षेत्र कनकपुरा में कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर पार्टी के 5-6 नेताओं के बीच एक गुप्त समझौता हुआ था। उन्होंने कहा कि वह इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहते क्योंकि इससे पार्टी की छवि पर असर पड़ेगा। इस दावे के बाद राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है, और माना जा रहा है कि दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व इस पर सक्रिय रूप से समीक्षा कर रहा है।
शिवकुमार ने झगड़े की बात नकार दी
बेंगलुरु में मीडिया से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस में कोई ग्रुप नहीं, सिर्फ एक टीम है — 140 विधायकों वाली कांग्रेस।उन्होंने सत्ता संघर्ष की बातों को अफवाह बताया और कहा कि सरकार स्थिर और मजबूत है।
