चंबा. किसानों को जहां एक तरफ मौसम की मार ने परेशान कर रखा है वहीं दूसरी तरफ बंदरों ने उनकी रही-सही उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है. बारिश नहीं होने की वजह से किसान अभी तक अपने गेहूं की बुआई (बिजाई) भी नहीं कर पाए हैं. जो किसान नदी-नालों के किनारे कुछ सब्जियां वगैरह उगा रहे हैं उन्हें भी बंदर नष्ट करने पर उतारू हैं.
चंबा के खुशनगरी के ढांचू गांव की बात करें तो वहां के लोग आजकल बंदरों के आतंक से पूरी तरह खौफजदा हैं. बंदरों के झुंड यहां पहुंच रहे हैं और उनके फसल और सब्जियों को तहस-नहस कर रहे हैं. बंदर उनके घरों में भी घुसकर उत्पात मचा रहे हैं. ग्रामीण अपने बाल-बच्चों को स्कूल पहुंचाने में भी दिक्कत हो रही है क्योंकि रास्ते में बंदर उन पर भी हमला कर रहे हैं. हालांकि प्रशासन और विभाग द्वारा लोगों को बंदरों से निजात दिलाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने की बात कही जा रही है. लेकिन यह उत्पात मचाते बंदर प्रशासन की सारी पोल खोलकर रख दे रहे हैं.