कुल्लू. “साहब फोरलेन का कार्य क्या हो रहा हमारा तो सब कुछ ही लुट गया है अपना घर होते हुए भी आज हमें टीन से बने घरों में रहना पड़ रहा है.” यह कहना है देवधार के जय नारायण का. जय नारायण ने कहा कि बचपन से पाई-पाई जोड़ कर, पूंजी इकट्ठठी कर एक मकान बनाया था, जो देखते ही देखते धंसने लगा है. पास में ही फोर लेन का कार्य हो रहा है, जिससे उनके मकान में दरारें आ गई हैं.
परिवार डर के साए में जीने को मजबूर
कई दिनों से लगातार दिवारों में आ रही दरारें बढ़ रही है. पूरा परिवार रात को चैन की नींद भी नहीं सो सकता है. पूरे मकान में दरारें आ गई है. जिससे मकान गिरने के कगार पर पहुंच गया है. मकान के ऊपर बने हुए छत की एक सिल्ली तो टूटकर नीचे भी गिर गई. मकान में अब इतनी अधिक दरारें आ गईं हैं कि वह कभी भी गिर सकता है.
कई पत्र लिख चुके हैं प्रशासन को
जय नारायण ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें भी कभी टीन से बने ढारे में रहना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि आज उन्हें इस टीन से बने ढारे में रहने को विवश होना पड़ा. फोरलेन के कार्य में ठेकेदार की लापरवाही इन लोगों पर भारी पड़ गई. उन्होंने कहा कि वह कई बार विभाग और जिला प्रशासन को पत्र भी लिख चुके हैं लेकिन आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई.
संघर्ष समिति लड़ेगी बेघरों की लड़ाई
फोरलेन सघर्ष समित के अध्यक्ष खुशाल सिंह कहते हैं कि फोरलेन कार्य में सभी नियम ताक पर रखकर ठेकेदार कार्य कर रहा है. खराब प्रबंध की वजह से कई घरों में दारारें पड़ गई हैं. संघर्ष समिति की माने तो जल्द ही कुल्लू में उग्र आंदोलन कर सकती है. जिसमें सभी प्रभावित लोग बढ़चढ़कर भाग लेंगे.
क्या कहते हैं उपायुक्त
कुल्लू के एसडीएम सन्नी शर्मा ने कहा कि जैसे ही मुझे मालुम हुआ तो मैंने तहसीलदार को आदेश जारी कर प्रभावितों के घरों के मुआइने के लिए भेज दिया है. उन्होंने कहा कि इन्हें उचित मुआवजा दिलाया जाएगा.