बिहार के महागठबंधन में रार थमने का नाम नहीं ले रहा है. तीनों पार्टियाँ एक दूसरे पर आरोप लगा रही है. इस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी का मानना है कि महागठबंधन की यह सरकार ज्यादा दिन तक टिकने वाली नहीं है. एक अख़बार को दिए गये साक्षात्कार में कहा कि राजद के कुछ वरिष्ठ नेता केंद्र सरकार से संपर्क साध कर लालू के बेटों पर लगे बेनामी संपत्ति आरोप को रफा –दफा करना चाहती थी. इसके बदले में राजद ने महागठबंधन की सरकार गिराने का प्रस्ताव रखा था.
सुशील मोदी ने कहा कि लालू और नीतीश के एक होने के बाद भी नीतीश कुमार अपने आप को काफी असहज महसूस करते हैं. इस गठबंधन में उनकी सोच और लालू यादव की सोच में बहुत अंतर है. इस कारण सरकार के काफी काम अटके पड़े हैं. आपसी झगड़े के कारण सरकार निर्णय लेने में असफल नजर आ रही है.
गौरतलब है कि इनकम टैक्स ले अधिकारियों ने चार प्रॉपर्टी को कब्जे में लेकर बेटी मीसा भारती को नोटिस दिया है और ऐसी संभावना है कि इस तरह के नोटिस तेजस्वी यादव को भी इनकम टैक्स जरी कर सकता है. जिसमें उन्हें बताना होगा कि आपने यह प्रॉपर्टी किस तरह से ख़रीदा है. इसी को लेकर लालू फैमिली के बेनामी मामलों में मदद मांगी और वादा किया कि एक बार मामले रफा दफा हो जाएं तो नीतीश सरकार को गिराने में वे बीजेपी की मदद कर देंगे। मगर बीजेपी नेताओं ने सीधे मना कर दिया और कहा दिया कि सरकारी एजेंसी की कार्रवाई में वो दखल नहीं दे सकते.