नई दिल्ली. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के मानसून सत्र में लगातार हो रहे व्यवधानों के बीच शुक्रवार को सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में यह सहमति बनी कि 28 जुलाई (सोमवार) से Lok Sabha proceedings शांतिपूर्ण और गरिमापूर्ण ढंग से चलाई जाएंगी। बीते पांच दिनों से बार-बार स्थगित हो रही संसद कार्यवाही को लेकर अध्यक्ष बिरला ने चिंता जताई और सभी दलों से Question Hour समेत महत्वपूर्ण सत्रों में गंभीरता बनाए रखने की अपील की।
इस बैठक के बाद तय किया गया कि सोमवार को सदन में सबसे पहले Operation Sindoor पर विस्तार से चर्चा होगी, जिसमें सभी दलों के सांसद भाग लेंगे। यह ऑपरेशन हाल ही में राष्ट्रीय बहस का केंद्र रहा है और सदन में इसके जरिए meaningful dialogue की उम्मीद की जा रही है।
Opposition के मुद्दों से लगातार बाधित हो रही थी कार्यवाही
21 जुलाई को सत्र की शुरुआत के बाद से ही संसद में Bihar voter list revision, Pahalgam terror attack, और US President Donald Trump’s ceasefire remark जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। इन मसलों पर विपक्ष के आक्रामक रुख के चलते Lok Sabha Question Hour लगातार बाधित होता रहा। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने तो “52 लाख मतदाताओं को वोट देने के अधिकार से वंचित करने” का आरोप लगाते हुए स्थगन प्रस्ताव तक पेश किया।
अब क्या उम्मीद की जाए?
स्पीकर की पहल और आपसी सहमति के बाद उम्मीद की जा रही है कि सोमवार से लोकसभा की कार्यवाही सुचारु रूप से चलेगी और Operation Sindoor, voter list controversy, national security, और लोकतंत्र की चुनौतियों जैसे अहम विषयों पर सभी पक्ष विचार रख सकेंगे।