जयपुर: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने पत्रकारों से बात करते हुए राहुल और प्रियंका गांधी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि दोनों भाई-बहन लगातार झूठ बोलते हैं. शिवराज ने राहुल के प्रधानमंत्री मोदी पर दिए पनौती वाले बयान को आड़े हाथों लिया.
उन्होंने कहा कि ये बयान शर्मनाक है. वे भारत की हार पर खुश हो रहे हैं.राजस्थान में भी दोनों भाई-बहन झूठ का पुलिंदा परोसने की कोशिश कर रहे हैं. मध्य प्रदेश में प्रियंका ने कहा कि 21 साल में 21 लोगों को भी नौकरी नहीं दे सकी है सरकार, जबकि पचास हजार लोगों को नियुक्ति पत्र तो मैंने अपने हाथ से सौंपे हैं.
भ्रष्टाचार पर गहलोत सरकार को घेरा
शिवराज ने गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में राजस्थान नंबर वन है. सरकार के योजना भवन से करोड़ों रुपये बरामद हुए हैं. सोना बरामद हुआ है. यह अनूठा मामला है कि सरकारी कार्यालय से सोना और पैसा बरामद हो रहा है. साइबर अपराधों में राजस्थान नंबर वन है.
कन्हैयालाल का मुद्दा भी उठाया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश से आता हूं. वह शांति का टापू है. क्या मजाल कि वहां सांप्रदायिक दंगे हो जाए, कोई आंख उठाकर देख लें. यहां पूरे राजस्थान को दंगों की आग में झोंक दिया. तुष्टिकरणराजस्थान की सरकार का मूल मंत्र रहा है. हिंदू त्योहारों पर धारा 144 लगा देना. शोभायात्राओं पर प्रतिबंध लगा देना.
मन को बहलाने के लिए गालिब यह ख्याल अच्छा है
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वीडियो और ट्वीट पर भी सवाल उठाया. शिवराज से पूछा गया कि गहलोत कहते हैं कि 200 सीटों पर मेरा ही चेहरा है. वह ही मुख्यमंत्री बने रहना चाहते हैं. इस पर शिवराज ने कहा कि मन को बहलाने के लिए गालिब यह ख्याल अच्छा है. उनका चेहरा ऐसा हो गया है कि कोई उस पर नहीं जाने वाला. कांग्रेस विभाजित थ. यह चेहरा साढ़े चार साल तक तो सरकार बचाने के लिए रिजॉर्ट में ही रहा.
किसानों ने जमीनों को गंवा दिया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राजस्थान में 19,422 किसानों ने जमीन खो दी. एक भी वादा पूरा नहीं किया. फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा गया. बाजरा यहां मिट्टी के मोल बिका है. हमने मध्य प्रदेश, हरियाणा में न्यूनतम समर्थन मूल्य के ऊपर अनाज खरीदा है. बहन-बेटियों के सम्मान के साथ यहां खिलवाड़ हुआ है. यहां के मंत्री तो ऐसी टिप्पणी करते हैं कि कहने में ही शर्म आती है.