नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों WinZO और Gamezkraft (Pocket52.com) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापे बेंगलुरु, दिल्ली और गुरुग्राम में चल रहे हैं। कार्रवाई ED की बेंगलुरु ज़ोनल ऑफिस द्वारा की जा रही है।
यह कदम उन शिकायतों के बाद उठाया गया है, जिनमें आरोप लगाया गया था कि कंपनियों ने अपने गेमिंग ऐप्स के एल्गोरिदम में हेरफेर किया, जिससे खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचा।
CEO–COO के घर-कॉरपोरेट ऑफिस पर छापे, क्रिप्टो वॉलेट भी मिले
सूत्रों के मुताबिक छापेमारी WinZO और Gamezkraft के
कॉरपोरेट ऑफिस,
CEO/COO/CFO के घरों
पर की जा रही है।
छापों के दौरान यह भी सामने आया कि कंपनियों के प्रमोटर्स क्रिप्टो वॉलेट रखते हैं, जिससे क्रिप्टोकरेंसी के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका जताई गई है।
ED अधिकारियों ने बताया:
“पीड़ितों द्वारा दर्ज FIR में आरोप है कि गेमिंग कंपनियों ने ऐप के एल्गोरिदम में बदलाव कर खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। तलाशी में यह भी मालूम हुआ कि प्रमोटर्स क्रिप्टो वॉलेट चला रहे हैं, जिससे क्रिप्टो के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की संभावना है।”
Online Gaming कंपनियों ने Real-Money सेवाएं निलंबित कीं
दूसरी ओर, 1 अक्टूबर से लागू हुए Promotion and Regulation of Online Gaming Act के बाद Dream11, My11Circle, WinZO, Zupee और PokerBaazi जैसी कई कंपनियों ने अपनी रियल-मनी गेमिंग सेवाएं बंद कर दी हैं।
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार ने पिछले तीन सालों से इस उद्योग के साथ लगातार संवाद किया है और अब सभी हितधारकों से चर्चा के बाद नियमों को अंतिम रूप दिया गया है।
Gameskraft ने नए Gaming कानून पर कानूनी लड़ाई से किया इनकार
ऑनलाइन गेमिंग कंपनी Gameskraft ने अगस्त में घोषणा की थी कि वह नए कानून Promotion and Regulation of Online Gaming Act, 2025 को अदालत में चुनौती नहीं देगी। कंपनी ने कहा कि वह अब नई कानूनी व्यवस्था के भीतर अपनी भविष्य की रणनीति तैयार करेगी। कंपनी ने 21 अगस्त से अपने सभी रम्मी प्लेटफॉर्म पर Real-Money Gameplay और Add Cash फीचर्स
बंद कर दिए हैं।
कंपनी ने कहा:
“हम एक जिम्मेदार, कानून पालन करने वाली कंपनी हैं और नए कानून को चुनौती नहीं देंगे। हम नीति-निर्माताओं के साथ सहयोग, प्लेयर सुरक्षा और नई तकनीकी संभावनाओं पर काम करते रहेंगे।”
Gameskraft ने यह भी बताया कि उसने सभी नियामकीय दायित्व पूरे कर लिए हैं और अब वह नए अवसरों की तलाश में जुटी है, ताकि भारत की डिजिटल गेमिंग इकोनॉमी को नई दिशा मिल सके।
