बिलासपुर. प्रदेश में राशन कार्ड के डिजिटल बनने से कहीं कुछ फायदे हैं तो कुछ परेशानी भी सामने आ रही है. सबसे ज्यादा राशन डिपो परेशान हैं क्योंकि उन्हें ही सबके राशन कार्ड बांटने हैं लेकिन कार्ड में गड़बड़ियों के चलते उसे बांटने में दिक्कत आ रही है. ग्राम पंचायत ओहर के पूर्व प्रधान देश राज शर्मा ने बताया कि यह सरकार द्वारा जल्दी में लिया गया फैसला है जिससे ये गड़बड़ियां हो रही है.
नए डिजिटल राशन कार्डों में इतनी खामियां हैं कि डिपो धारकों को उन्हें दूर करना असंभव बन गया है. अधिकांश डिजिटल राशन कार्ड बिल्कुल गलत ही बना दिए गए हैं. जिनके घरों में छः सदस्य है उन्हें राशन कार्ड पर चार ही दिखा कर डिजिटल राशन कार्ड जारी कर दिया है. इतना ही नहीं महिलाओं के नाम से राशन कार्ड जारी होने के चलते परिवार के मुखिया का ही नाम गायब है. ऐसे में डिपो धारकों को राशन कार्ड बांटने में काफी दिक्कत हो रही है. इसके साथ ही लोग अपना डिजिटल कार्ड लेने के लिए डिपो में चक्कर लगा रहे हैं और डिपो धारकों से उलझ भी रहे हैं.
ग्राम पंचायत ओहर के पूर्व प्रधान देश राज शर्मा ने कहा कि डिजिटल राशन कार्ड वितरण पंचायत के माध्यम से होना था उसे डिपो धारकों को दे दिया गया. ऐसे में डिपो धारक उपभोक्ताओं को समय पर राशन भी नहीं दे पा रहे हैं. अधिकारियों के आदेश के चलते डिपो धारकों को दो दिन के अंदर सभी को डिजिटल राशन कार्ड वितरण करने हैं. वहीं लोगों को राशन भी उपलब्ध करवाना है. ऐसे में वह लोगों के आधार नंबर व बैंक के नंबर कैसे इकट्ठा करें यह उनके लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.