नई दिल्ली. 2008 Malegaon Blast Case Verdict ने भारतीय राजनीति में एक बार फिर बहस छेड़ दी है। Mumbai की NIA Court ने गुरुवार को इस बहुचर्चित केस में सभी सात आरोपियों को lack of evidence के आधार पर बरी कर दिया। इन आरोपियों में BJP सांसद Pragya Singh Thakur और Lt. Col. Prasad Purohit के नाम प्रमुख हैं। इस फैसले के बाद BJP ने Congress पर करारा हमला बोला है और ‘Hindu Terror’ के नैरेटिव को पूरी तरह fabricated and politically motivated करार दिया है।
BJP का Congress पर हमला: ‘Vote Bank Politics’ का खेल?
Senior BJP नेता Ravi Shankar Prasad ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि Congress ने Hindu Terror Narrative गढ़कर न सिर्फ देश को गुमराह किया, बल्कि निर्दोष लोगों को प्रताड़ित किया। उन्होंने कहा, “This was a conspiracy to divide the country and defame a particular community for vote bank gains.” BJP का आरोप है कि इस केस को एक खास राजनीतिक एजेंडे के तहत frame किया गया था।
उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कोई भी concrete evidence नहीं था। खासतौर पर प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ मोटरसाइकिल से जुड़े आरोप भी साबित नहीं हो सके। Lt. Col. Purohit, जो कि कश्मीर में anti-terror operations का हिस्सा रहे हैं, उन्हें भी झूठे केस में फंसाया गया।
क्या कहा कोर्ट ने?
Special NIA Judge A.K. Lahoti ने कहा कि Prosecution की जांच में कई inconsistencies हैं और कोई भी ऐसा credible evidence पेश नहीं किया गया जिससे आरोपी दोषी ठहराए जा सकें। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि UAPA Act इस केस में लागू नहीं होता और प्रज्ञा ठाकुर की जिस मोटरसाइकिल की बात की गई, उसका ownership भी साबित नहीं हो सका।
केस की पृष्ठभूमि: क्या हुआ था मालेगांव में?
29 सितंबर 2008 को Malegaon Town में एक मस्जिद के पास खड़ी मोटरसाइकिल में हुए blast में 6 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक घायल हुए थे। घटना Ramzan और Navratri के बीच हुई थी। शुरुआत में केस की जांच Maharashtra ATS ने की, लेकिन 2011 में इसे NIA (National Investigation Agency) को सौंप दिया गया।
आरोपियों के खिलाफ UAPA Sections 16 और 18, IPC Sections 120B, 302, 307, 324 और 153A के तहत केस दर्ज हुआ था। 2018 से ट्रायल शुरू हुआ, लेकिन अंततः सबूतों के अभाव में सभी आरोपी बरी कर दिए गए।
Compensation और माफी की मांग
Ravi Shankar Prasad ने कहा कि Pragya Thakur और Lt. Col. Purohit जैसे लोगों को झूठे केस में फंसाने के लिए compensation दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जिन अधिकारियों ने यह ‘झूठी थ्योरी’ खड़ी की, उन्हें official apology देनी चाहिए।
Rahul Gandhi और BJP के बीच आरोप-प्रत्यारोप
Faisla आने के बाद Rahul Gandhi ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि सरकार इससे “real issues” से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। जवाब में BJP ने Wikileaks का हवाला देते हुए दावा किया कि 2010 में राहुल गांधी ने अमेरिकी राजदूत से कहा था कि “Radical Hindu groups may be more dangerous than LeT (Lashkar-e-Taiba).”