नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल के राज्य सचिवालय में सोमवार को बुलायी गयी तीसरी सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होने कहा कि दार्जिलिंग को भाजपा अशांत रखना चाहती है. इसके साथ ही ममता ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल को बांटने की साजिश रच रही है.
ममता ने कहा कि पहाड़ पर अशांति फैलाने के लिये केंद्रीय मंत्री उकसा रहे हैं. उन्होने कहा कि पहाड़ पर हुयी हिंसा में भाजपा के मंत्री का हाथ है और इसके सुबूत भी हैं. इसके साथ ही उन्होने कहा कि फिर से हिंसा हो इसीलिए केंद्रीय बल को वापस लिया जा रहा है. उन्होने कहा कि राज्य से बिना बातचीत किये व कोई जानकारी दिये तथा अदालत के निर्देश के बावजूद केंद्रीय बल वापस लेना पूरी तरह से संघीय ढांचे पर आघात है.
ममता ने छत्तीसगढ़, झारखंड व बिहार में तैनात केंद्रीय बलों के आंकड़े देते हुये कहा कि पश्चिम बंगाल के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है. उन्होने हाल ही में एक पुलिस अफसर की दार्जिलिंग के पास मौत का मुद्दा भी उठाया. उन्होने कहा कि पहाड़ पर उग्रवादी सक्रिय हैं ऐसे में वहां से केंद्रीय बल हटाना बहुत ही खराब फैसला है.
ममता ने केंद्रीय बल हटाने के मामले पर नाराजगी जताते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा भी लिखा है. सर्वदलीय बैठक में पहाड़ के तीनों विधायकों के अलावा जीएनएलएफ(गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट), अखिल भारतीय गोरखा लीग व तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि शामिल हुये.