मंडी(जोगिंद्रनगर). पिछले एक महीने से जोगिंद्रनगर के राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में मरीजों की भर्ती नहीं हो पा रही है. जिसकी सबसे बड़ी वजह नर्सों की कमी बताई जा रही है. अस्पताल में इस वक्त केवल 2 ही नर्स हैं जो 24 घंटे तक मरीजों को नहीं देख सकते. विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर अस्पताल के सुंदर भवन का निर्माण करवाया है. समूचे उपमंडल में एकमात्र आयुर्वेदिक अस्पताल है और उसमें भी नर्सों की किल्लत से मरीज परेशान हैं.
निराश लौटते मरीज
अस्पताल में हर रोज लगभग 100 लोग अपने स्वास्थ्य की जांच करवाने के लिए आते हैं. वहीं नर्सों की कमी के कारण उचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रहा है. जिससे मरीज बिना इलाज करवाए ही निराश होकर वापस घर लौट रहे हैं. पूरे अस्पताल में केवल दो ही नर्स तैनात हैं. गनिमत तो देखिए जो एएनएम नर्स यहां पर कार्यरत थी, वो भी कुछ दिन पहले ट्रेनिंग पर चली गई हैं.
क्या कहते हैं डीओ साहब
इस संदर्भ में जब डी.ओ. मंडी मोहन लाल शांडिल्य से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में है. उनका कहना है कि राज्य में आचार संहिता के चलते इस संदर्भ में कुछ कर पाना मुश्किल है. जैसे ही आचार संहिता हटेगी, स्टाफ नर्सों की नई भर्ती होगी जिससे अस्पताल को उचित स्टाफ मिल जाएगा.